नई दिल्ली। पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण भी अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर केस करने जा रहे हैं। भूषण ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड(एजेएल) के शेयर्स को यंग इंडिया लिमिटेड(वाईआईएल) को ट्रांसफर किए जाने को गैरकानूनी करार दिया है। उनका कहना है कि उनके पिता ने एजेएल के शेयर खरीदे थे और अब उन पर वारिसों का हक है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी यंग इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर हैं।

भूषण ने कहाकि मेरे पिता ने 1938 में अपने नाम पर शेयर्स खरीदे थे। मेरे पिता के 10 बच्चे थे जिनमें से तीन नहीं रहे। मुझे पिताजी के वारिसों के हस्ताक्षर लेने हैं ताकि सभी 300 शेयर्स का मालिकाना हक पिताजी से उनके नाम पर हो सके। मैंने पिता के वारिसों को उन शेयर्स का मालिकाना हक दिलाने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। मैं एजेएल से वाईवाईएल में शेयर्स के ट्रांसफर को चुनौती दूंगा। शेयर को इस तरह से ट्रांसफर करना गैर कानूनी है।

उन्होंने कहाकि इस प्रक्रिया में कुछ वक्त लगेगा लेकिन वह इस मामले को कोर्ट में जरूर ले जाएंगे। भूषण के इस फैसले से नेशनल हेराल्ड केस के चलते मुश्किलें झेल रहे सोनिया और राहुल गांधी के लिए सिरदर्द बढऩा तय है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एजेएल का मालिकाना हक वाईआईएल में ट्रांसफर किए जाने को चुनौती देते हुए इसे गैर कानूनी करार दिया था। 19 दिसंबर को सोनिया व राहुल को इस केस में कोर्ट में उपस्थित होना है।