नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए कारों पर सम-विषम फॉर्मूले को लागू करने में आ रही अड़चनों को दूर करने का प्रयास जारी है। गृह मंत्रालय से निकलते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं के लिए राहत भरी खबर सुनाई। केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा, अगर अकेली महिला सफ़र कर रही है तो उन्हें छूट दी जाएगी, क्योंकि हम नहीं चाहते कि उन्हें परेशानी हो। महिला सुरक्षा के मद्देनजर सम-विषम फॉर्मूले पर दिल्ली सरकार के फैसले की आलोचना हो रही थी, इसलिए ये कदम उठाया जा रहा है।

दरअसल, केजरीवाल केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर दिल्ली पुलिस का सहयोग मांगने नॉर्थ ब्लाक पहुंचे थे। मीटिंग में महिलाओं के अलावा बीमार लोग जिस गाड़ी में सफ़र कर रहे हों, उसे भी छूट देने की बात हुई। पीसीआर जैसी सरकारी गाड़ियों और एंबुलेंस को भी छूट मिलेगी। लेकिन मंत्रियों और बड़े अफसरों की गाड़ी पर पाबंदी लागू होगी। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि दो-पहिया वाहनों को छूट मिलेगी या नहीं।

सम-विषम फॉर्मूल पर दिल्ली सरकार की इस बात के लिए भी आलोचना हो रही है कि यह कदम जल्दबाजी में उठाया गया, जबकि प्रदूषण कम करने के और भी रास्ते थे। केजरीवाल ने दलील दी, “क्या करता बच्चों का दम घुटने देता और मैं खांसता रहता? अच्छा है न कि गलतियों से सीखेंगे।” बेशक ये अच्छी नीयत से उठाया गया कदम है, लेकिन क्या इससे आम जनता को परेशानी नहीं होगी, इसका जवाब अभी कोई देने को तैयार नहीं।