लखनऊ: बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वरिष्ठ समाजवादी नेता व काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर राज्य-समाजवाद (स्टेट-सोशलिज्म) के प्रबल पैरोकार थे। वे चाहते थे कि सरकार ऐसे कानून बनाये जिससे लोकतंत्र, समाजवाद एवं गरीबों-पिछड़ों-दलितो के सर्वतोन्मुखी विकास को ताकत मिले और सामजिक तानाबाना मजबूत हो। पचास के दशक में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर एवं राममनोहर लोहिया के बीच व्यापक पत्र व्यवहार और साझा संवाद हुआ था। यह संवाद न केवल भारतीय अपितु वैश्विक समाजवाद की अनमोल वैचारिक थाती है, जिसे प्रत्येक व्यक्ति विशेषकर राजनीति करने वालांें को पढ़ना चाहिए। 

बाबा साहब के कार्यक्रमों को सही मायने में समाजवादियों ने ही आगे बढ़ाया है। लोक बन्धु राजनारायण ने बाबा साहब के दलितों के मंदिर प्रवेश कार्यक्रमों को अपने प्राण दांव पर लगाकर मूर्तरुप दिया। मुलायम सिंह यादव ने इस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए दलितों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई अभियान चलाये। भाजपा और बसपा को आड़े हाथों लेते हुए श्री यादव ने कहा कि ये दोनों दल अम्बेडकर का रस्मी तौर पर जुबान से नाम तो लेते हैं किन्तु उनके कार्यक्रमों और विचारों को भूल चुके है।