लखनऊ। हिन्दू महासभा के नेता और फिल्म निर्माता डा0 संतोष राॅय ने आज यहां कहा कि नथुराम गोडसे के जीवन पर आधारित फिल्म गोडसे हर हाल में भारतीय सिनेमाघरों में पहंुचेगी, और इस फिल्म को लेकर आयी अड़चनों को जल्द ही दूर कर लिया जायेगा। इसके साथ ही फिल्म की अधूरी अधूरी शूटिंग अगले वर्ष जनवरी से शुरू हो जायेगी जो लगभग डेढ़ से दो माह में पूरी हो जायेगी।

श्री राॅय यहां वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि इस फिल्म को लेकर पुणे कोर्ट में लगायी गयी रोक सहित सभी अड़चनों को जल्द ही दूर कर लिया जायेगा। वहीं पुणे कोर्ट के रोक के निर्णय के खिलाफ मुम्बई हाईकोर्ट में शीघ्र अपील भी की जा रही है, और उम्मीद है कि हमें वहां न्याय मिलेगा। श्री राॅय ने कहा कि गांधीवादी विचारधारा के लोग गोडसे फिल्म पर विरोध करते रहे है और करते रहेंगे क्योंकि गाधीवध के सच को वह स्वीकार नहीं कर पायेंगे, और यही वजह है कि गाधी हत्या से जुड़े मामले में कोर्ट में दिये नथूराम गोडसे के बयानों और उनके भाई गोपाल गोडसे की पुस्तक गांधीवध क्यों पर प्रतिबन्ध लगा दिया था, यह प्रतिबन्ध पचास वर्ष बाद सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया। इस प्रतिबन्ध के हटने के बाद से नथुराम गोडसे के जीवन पर बनने फिल्म पर रोक लगन न्यायोचित्त नहीं है मुझे आशा है कि मुम्मई उच्च न्यायालय में न्याय मिलेगा।

श्री राॅय ने बताया कि इस फिल्म का निर्देशन सुनील प्रभाकर कर रहे है और इसमें न्यायाधीष की भूमिका अपने समय के खलनायकी की भूमिका निभाने वाले प्रेम चोपड़ा ने निभायी है। लगभग तैयार हो चुकी इस फिल्म के आठ गाने है जिसे रिलीज भी किया जा चुका है। हिन्दू महासभा नेता श्री राॅय ने साफ कहा कि देश की तत्कालीन नेहरू सरकार से लेकर अब तक की सरकारों ने गांधी वध से जुड़े तथ्यों को देश की जनता के सामने लाने से कतराती रही है, और यदि इस फिल्म के जरिये गोडसे को गलत छवि के रूप में प्रदर्शित करने वालों के लिये सबक होगी, और ज्यादा समय तक देश की जनता को गांधी वध से जुड़े तथ्यों को सामने लाने से नहीं रोका जा सकता।