नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा है कि राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। जब फैसला आ जाएगा तब मंदिर बनेगा। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत जिन्होंने पिछले दो हफ्तों में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर दो बार बयान देकर अपने पुराने और सबसे अहम एजेंडे को फिर से चर्चा में ला दिया है। इनमें से एक बयान मोहन भागवत ने 2 नवंबर 1990 को राम मंदिर आंदोलन के दौरान मारे गए दो युवा कारसेवकों राम और शरद कोठारी को श्रद्धांजलि देने के लिए कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में दिया था। इस बयान में इन दोनों मृतक युवकों का जिक्र शहीदों की तरह किया।

दो दिन पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर बनाना लक्ष्य है। इसके लिए जीवन कुर्बान करने के लिए तैयार रहना चाहिए। भागवत के बयान के बाद विरोधी पूछने लगे थे कि क्यों नहीं बता रहे हैं कि मंदिर कब बनेगा। राम मंदिर के मुद्दे पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर तंज कसते हुए कल नीतीश कुमार ने पूछा था कि वो मंदिर बनाने की तारीख तो बताएं। भागवत के बयान के बाद अब विरोधी और सहयोगी दोनों सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर मंदिर बनाने पर कोरे बयान क्यों दे रहे हैं मोहन भागवत। वो मंदिर बनाने की कोई तारीख क्यों नहीं बताते।