चेन्नई। बाढ़ से जूझ रही तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि अभी खतरा कम नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी थमी बारिश ने लोगों को थोड़ा सकून जरूर दिया है। वहीं राहत और बचाव कार्यों में तेजी आ गई है। उधर, चेन्नई में कुछ ट्रेनें और फ्लाइट्स शुरु हो चुकी है। अराकोणम में राजली एयर स्टेशन से कुछ उड़ानें शुरु हुई हैं। वहीं अराकोणम ने चेन्नई तक सबर्बन ट्रेनें भी चलने लगी हैं। मोबाइल सेवाओं में भी काफी सुधार हुआ है।

उधर, लोगों को राहत पहुंचाने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नावों में एटीएम चलाने के निर्देश दिए हैं। जेटली ने कहा कि नावों के जरिए लोगों तक एटीएम पहुंचाए जाएं और बीमा की रकम पीडि़तों को आसानी से दी जाए। वहीं पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी तमिलनाडु के लिए 1000 करोड़ रुपये के पैकेज का एलान किया है।

चेन्नई के लोगों को बारिश न होने से राहत मिली, लेकिन मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बरसात की आशंका जताई है। 100 साल की सबसे भयानक बारिश के चलते चेन्नई शहर अस्त व्यस्त हो गया। स्कूल और दफ्तर बंद पड़े हैं। बाढ़ के चलते करीब सवा तीन सौ लोग जान गंवा चुके हैं। 86 लाख की आबादी वाले चेन्नई शहर में 50 लाख लोग प्रभावित है। सेना, एनडीआरएफ और नौसेना बचाव कार्यों में लगी हुई है। सेना ने 9000 लोगों को बचाया है। एनडीआरएफ के डीजी ओपी सिंह ने बताया कि शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे एनडीआरएफ की पांच और टीमें पंजाब से चेन्नई पहुंच गईं। पुणे से भी पांच टीमें भेजी गई हैं। वहीं, पटना और गुवाहाटी से 5-5 टीमें और भेजी जाएंगी।