प्रधानमंत्री ने 1000 करोड़ की अतिरिक्त सहायता का ऐलान किया 

चेन्नई : चेन्नई में हो रही मूसलाधार बारिश ने लगभग 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जिसके कारण रक्षा बलों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात करना पड़ा है। लबालब भरी झीलों और बांधों में दरारों के कारण लोगों को अपने इलाके छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। मुदिचुर, वरदराजपुरम, पश्चिमी तांब्रम, मणिवक्कम की झीलों के कारण इलाकों में बाढ़ आ गई है और जनजीवन पूरी तरह पटरी से उतर गया है। वहीं, बारिश से अब तक 269 लोगों के मारे जाने की खबर है।

बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अराकोणम पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तमिलनाडु सरकार को एक हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त आर्थिक सहायता की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि केंद्र ने तमिलनाडु को 954 करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा पहले की थी। प्रधानमंत्री ने प्रदेश की मुखिया जयललिता से मुलाकात की और प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। पीएम मोदी ने कहा कि प्रदेश की इस संकट की घड़ी में केंद्र सरकार प्रदेश की जनता के साथ है।  

सैन्यकर्मी और नौसेना के जवान चेन्नई की सड़कों पर नाव चलाकर बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई पहुंचकर वहां की स्थिति का भी जायजा लिया। उधर, नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा को बताया कि चेन्नई और अन्य बारिश प्रभावित जिलों में स्थिति गंभीर है और इस आपदा से 269 लोगों की मौत हो चुकी है।

बाढ़ ग्रस्त शहर में बचाव एवं राहत अभियान पूरे जोर शोर से जारी होने के बीच सेना, वायुसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने सौ से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जिनमें सात माह की गर्भवती एक महिला शामिल है। महिला को शहर के सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाके में एक हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकाला गया। तमिलनाडु की राजधानी में खासकर पिछले तीन दिनों में भारी बारिश होने से कई इलाके जलमग्न हैं और कुछ इलाकों में लगभग दूसरी मंजिल तक पानी भरा हुआ है।

40 वर्ष से अधिक समय में पहली बार ऐसा हुआ कि सैदापेट में नदी का पानी तेजी से बढ़ते हुए सड़क और मराईमलाई अडिगल पुल के उपर बहने लगा, जिससे मुख्य मार्ग अन्ना सलाई :माउंट रोड: पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। चेन्नई में आज बारिश रुकने के कारण पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से परेशान लोगों को कुछ राहत मिली लेकिन शहर के बाहरी हिस्से में स्थित चेम्बरामबक्कम झील से कल रात भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण शहर के नये इलाकों में बाढ़ आ गई है। इस वजह से लोगों के अपना घर छोड़ने का खतरा मंडराने लगा है।