लखनऊ: एक हिन्दी अखबार ‘‘आग अंगारे’’ में हिन्दु महा सभा के राष्ट्ीय कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी के छपे इस बयान में जिसमें उन्होंने हज़रत मुहम्मद स0 और उनके परिवार पर अत्यन्त बेहूदा आरोप लगाए है की जमीअत उलमा ने कड़ी निंदा की है। 

प्रेस को जारी एक बयान में जमीअत उलमा यूपी के अध्यक्ष सय्यद अशहद रशीदी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी पवित्र हस्ती पर आपत्तिजनक हम्ले कि जिनको सत्यवादी नाॅन मुस्लिम इतिहासकार ने भी मानवता का मसीहा और सम्पूर्ण दुनिया का रहबर स्वीकार किया है निंदनीय है । बयान पढ़ कर ऐसा लगता है कि संकीर्ण मानसिकता एवं इस्लाम शत्रुता ने कमलेश तिवारी को अक़्ल से अन्धा कर दिया है। वह या तो हज़रत मुहम्मद स0 के  व्यक्तित्व को पहचानने में गलती कर बैठे हैं या जान बूझ कर केवल इस्लाम शत्रुता की आग में जलने की वजह से मुसलमानों का दिल दुखाने के लिए पैगेम्बर-ए- इस्लाम के पाक चरत्रि पर कीचड़ उछाल कर अपनी संकीर्ण मानसिकता और पागलपन को प्रकट किया है।

किसी व्यक्तिि को किसी मुसलमान से शिकायत हो सकती है मगर उसको आधार बना कर धर्म एवं उसके पवित्र महापुरूषों को आपत्तिजनक बयान का निशाना बनाना ऐसी घिनौनी हरकत है जिस को किसी भी स्तर पर स्वीकार नही किया जा सकता है। विशेषरूप से भारत जैसे देश में जहाँ विभिन्न धर्मों के मानने वाले लोग रहते हैं, यहाँ अगर देश के निवासी एक दूसरे के धर्मों पर तथा धार्मिक निष्ठावान व्यक्तियों पर आपत्तिजनक आरोप लगाने लगें तो देश की शांति भंग हो जाएगी तथा देश गृह युद्ध का शिकार हो जाएगा। अगर समय पर कार्यवाही करते हुए इस तरह की घिानोना हरकत करने वालों को लगाम नही दी गई तो भारत विशिष्टतः उत्तर प्रदेश की स्थिति भ्रष्ट होती चली जाएगी और कोई भी चैन से नही रह पाएगा।

जमीयत-ए- उलामा उत्तर प्रदेश राज्य सरकार से यह मांग करती है कि उक्त लिखत समाचार पत्र के सम्पादक और हिन्दू महा सभा के कार्यकारी राष्ट्रीय  अध्यक्ष कमलेश तिवारी को अति शीघ्र गिरफतार किया जाए एवं धार्मिक घृणा फैलाने का मुक़ददमा उनके विरूद्ध दर्ज किया जाए ताकि किसी को भी किसी अन्य धर्म पर उगंली उठाने की हिम्मत ना हो और राज्य में अमन तथा शांति बनी रहे।