नई दिल्ली। गुजरात के सभी 6 नगर निगमों को दोबारा जीतकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने ही कब्जे वाले निकायों को फिर से अपने पास बरकरार रखा है। बीजेपी के लिए यह संतोषजनक हो सकता है लेकिन उसे झटका ग्रामीण इलाकों में मिला है। जिला पंचायत, नगर पालिका और तालुका पंचायत में उसे हार झेलनी पड़ी है।

31 जिला पंचायतों में से तकरीबन 25 पर कांग्रेस जीत चुकी है जबकि 56 नगर पालिकाओं में से 25 पर कांग्रेस ही आगे चल रही है। गुजरात के 250 तालुका पंचायतों में से ज्यादातर पर कांग्रेस ही आगे है।

अगर 2010 की स्थिति पर नजर डालें तो बीजेपी को ग्रामीण इलाकों में खास फायदा पहुंचा था। 2010 में, बीजेपी ने ग्रामीण इलाकों में बाजी मारी थी। पार्टी ने 24 जिला पंचायतों में से 21 पर जीत हासिल की थी। तालुका पंचायत में बीजेपी ने 162 जीती थी और नगरपालिकाओं में भी पार्टी को 41 पर जीत मिली थी।

इस बार तालुका में बीजेपी का वोट शेयर 40.13 फीसदी रहा तो कांग्रेस ने आगे बढ़ते हुए 59.87 फीसदी वोट बंटोरे हैं। बीजेपी ने 1413 तालुका अभी तक जीत ली है जबकि कांग्रेस ने 2108 पर परचम लहराया है। जिला परिषद में भी पलड़ा कांग्रेस का ही भारी है। पार्टी ने बीजेपी के 37.84 फीसदी वोट के मुकाबले 62.16 फीसदी वोट हासिल किए हैं। यहां कांग्रेस ने बीजेपी की 330 परिषदों के मुकाबले 542 परिषदों पर जीत हासिल की है। अभी पूरा परिणाम आना बाकी है।