लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के मौजूदा स्वरूप से उत्तर प्रदेश के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की आशंका जताते हुए बसपा प्रमुख मायावती पर तंज कसा कि जीएसटी के प्रभाव के बारे में कोई जानकारी न होने के बावजूद वह इसके समर्थन के लिए तैयार हो गईं हैं।
मंगलवार को शास्त्री भवन में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती के बारे में तो उन्हें कुछ नहीं कहना है। फिर उन्होंने कहा कि इस बात का आकलन होना चाहिए कि इससे प्रदेश को क्या नुकसान होगा। आखिर व्यापारी क्यों इसका विरोध कर रहे हैं। अभी संसद में इस पर चर्चा होनी है तब जाकर कई बातें स्पष्ट होंगी और पता चलेगा कि यह किस हद तक यूपी के हित में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मायावती को जीएसटी के बारे में कुछ मालूम नहीं है लेकिन उन्होंने इसका समर्थन कर दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि 14वें वित्त आयोग से प्रदेश को बड़ा आकार होने के नाते ज्यादा धन तो मिला लेकिन केंद्र सहायतित योजनाओं को खत्म किए जाने से उत्तर प्रदेश को बहुत नुकसान हुआ।
मुख्यमंत्री ने बसपा प्रमुख पर और तंज कसते हुए कहा कि एक ओर तो वह कहती हैं कि अब स्मारक वगैरह नहीं बनाएंगी लेकिन जनता की सुविधा के लिए जब एक दीवार तोड़ी जाती है तब बसपा के लोग धरना देने लगते हैं। इसलिए बसपा के बारे में कुछ बोलना ही बेकार है।
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