लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री डा0 शिव प्रताप यादव ने आज पूर्वान्ह वीरांगना झलकारीबाई महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान अस्पताल की साफ सफाई को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि रात्रि में चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को इलाज में असुविधा होती है। कई चिकित्सक अस्पताल में मौजूद रहते हुए भी मरीजों को नही देखते हैं, यह स्थिति अत्यन्त ही निन्दनीय है। अब इस प्रकार की घटना यदि संज्ञान में आती है, तो संबंधित चिकित्सक के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। डा0 यादव ने चिकित्सालय के एक वार्ड को ओ0टी0के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। इससे मरीजों को ओ0टी0 के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0एन0एस0यादव को लम्बे समय से अनुपस्थित चल रही चिकित्सक डा0 अल्का यादव के बारे में वस्तु स्थिति से उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के साथ चिकित्सक अच्छा व्यवहार करें, ताकि उन्हें आभास हो सके कि सरकार मरीजों और तीमारदारों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। डा0 यादव ने मरीजों से मिलकर उनके इलाज आदि के बारे में जानकारी हासिल की। मरीजों ने उन्हें बताया कि चिकित्सक अस्पताल से ही दवाईयां दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी अस्पतालों को दवाईयां एवं सभी जांचे मुफ्त उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। अक्सर सरकारी चिकित्सकों द्वारा बाहर से दवाईयां लिखे जाने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं, जिसे प्रदेश सरकार ने गम्भीरता से लिया है। सभी सरकारी अस्पतालों के चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि यदि भविष्य में ऐसी शिकायतें मिलती हैं, तो संबंधित चिकित्सक के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। चिकित्सा राज्यमंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण करने पर अस्पताल में स्वच्छता को ठीक-ठाक पाया, परन्तु मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 रेखा गौड़ को साफ सफाई पर और अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अस्पतालों को स्वच्छ रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कार्य में किसी भी प्रकार की उदासीनता सहन नही की जायेगी।