लखनऊ। यूपी की महिला हैंडबॉल खिलाड़ियोें ने हाल ही में पुणे में 17 से 21 नवंबर तक हुई 44वीं राष्ट्रीय सीनियर हैंडबॉल चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। यह सफलता यूपी की महिला हैंडबॉल टीम को 20 साल के बाद मिली है।

यूपी की टीम ने तीसरे-चौथे स्थान के मुकाबले में मेजबान दिल्ली को 24-22 से मात दी। इस सफलता के बाद टीम की लखनऊ वापसी के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन पर स्वागत हुआ। इसके बाद यूपी टीम की खिलाड़ियों को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में स्थित यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के कार्यालय में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया। इस समारोह में खेल निदेशक डा.आरपी सिंह, यूपी हैंडबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष त्रिभुवन राम, महासचिव आनंदेश्वर पांडेय, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल तथा यूपी हैंडबॉल एसोसिएशन के भी कई सदस्य मौजूद थे। अध्यक्ष त्रिभुवन राम ने टीम सदस्यों से भविष्य में और सफलता अर्जित करने की उम्मीद जाहिर की। वहीं खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने भी खिलाड़ियों कोउनके प्रदर्शन के लिए बधाई दी। 

वर्तमान में हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के भी महासचिव आनंदेश्वर पांडेय ने कहा कि अरसे बाद यूपी को मिला यह कांस्य पदक यूपी में खेल के स्तर में हुई वृद्धि को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यूपी के घरेलू सर्किट में एक पहचान है तथा आने वाले समय में इसमें और बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। यूपी ने पुणे में हुई इस प्रतियोगिता के लीग दौर में गु्रप डी में झारखंड को 37-25 से, आंध्र प्रदेश को 40-10 से तथा मध्य प्रदेश को 42-12 से हराया वहीं अंतिम लीग मैच में उसे दिल्ली से 26-28 से हार मिली। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में यूपी ने रेलवे को 26-19 से हराया तथा सेमीफाइनल में यूपी को हरियाणा ने 15-10 से मात दी। यूपी टीम की कोच सीमा भट्ट ने कहा कि हमने हर मैच के लिए रणनीति बनाई थी हालांकि हरियाणा के खिलाफ हम चूक गए फिर भी टीम ने शानदार खेल दिखाया। टीम के प्रदर्शन में इंदु गुप्ता, सुप्रिया जायसवाल, सृष्टि अग्रवाल, स्वर्णिमा जायसवाल तथा गोलकीपर शिवा सिंह ने शानदार खेल दिखााया। 

सीमा भट्ट के पति व यूपी टीम के मैनेजर भुवन भट्ट 1995-96 में कांस्य पदक जीतने वाली यूपी टीम के कोच थे। इससे पूर्व 1995-96 में पंजाब में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में यूपी ने कांस्य पदक जीता था।