मुंबई। सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बड़ी राहत मिली है। सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह को बरी किए जाने के खिलाफ दायर की गई याचिका को उसके भाई रुबाबुद्दीन शेख ने सोमवार को वापस ले लिया। अमित शाह को फर्जी एनकाउंटर के मामले में दिसंबर 2014 में बरी कर दिया गया था। उस समय सोहराबुद्दीन शेख के भाई रुबाबुद्दीन ने अदालत के फैसले पर हैरानी जताई थी। लेकिन कुछ समय बाद उसने कोर्ट से कहा था कि वह फैसले के खिलाफ दायर याचिका वापस लेना चाहता है।

20 अक्‍टूबर को जस्टिस अनुजा प्रभुदेसाई ने रुबाबुद्दीन से पूछा था, ‘कहीं आप किसी के दबाव में तो याचिका वापस नहीं ले रहे हो? अदालत ने रुबाबुद्दीन से यह भी कहा कि वह जल्‍दबाजी में कोई फैसला न करें और एक महीने बाद बताएं कि उसे केस वापस लेना है या नहीं? एक महीना पूरा होने के बाद सोमवार को रुबाबुद्दीन जस्टिस एवी निरगुडे की अदालत में पेश हुआ और कहा कि वह अपनी इच्‍छा से फैसले के खिलाफ दायर याचिका वापस लेना चाहता है। 

रूबाबुद्दीन ने बताया, ”जिस तरह मामले को चलाया गया वो काफ़ी अजीब था. मैं पिछले 10 साल से (शाह को) बरी करने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ लड़ता रहा. लेकिन तबसे ही मैं डर में जी रहा हूं. मेरा परिवार और ज़िन्दगी दांव पर लगे हुए हैं. अगर मैंने ये याचिका वापस नहीं ली होती तो मेरी जान चली जाती.”

पिछले महीने रूबाबुद्दीन ने अदालत को बताया कि वे याचिका वापस ले रहे हैं तो अदालत ने उन्हें विचार करने के लिए एक महीने का समय दिया था.

रूबाबुद्दीन ने कहा, “अभी मैं धमकी देने वाले लोगों के नाम नहीं बता सकता लेकिन जब समय आएगा तो मैं खुलासा करूंगा. मैंने अपने भाई को खो दिया है, अब मुझे अपने बच्चों और पत्नी के लिए डर लगता है. मेरे साथ कोई नहीं है इसलिए मैं डरा हुआ हूं और अकेले इस लड़ाई को नहीं लड़ सकता.”