नई दिल्ली। बिहार चुनाव में हार से संभवत: सबक लेते हुए भारतीय जनता पार्टी  ने  केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को अगले साल होने वाले असम विधानसभा चुनाव से पहले वहां की अपनी इकाई का अध्यक्ष और चुनाव प्रबंधन समिति का प्रमुख भी नियुक्त किया। पार्टी ने ऐसा कर संकेत दे दिया है कि वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। यह घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हाल ही में कई कांग्रेस विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए प्रदेश के पूर्व दिग्गज कांग्रेस नेता हिमंत विश्व शर्मा समिति के संयोजक होंगे।

पार्टी का यह फैसला बिहार की उसकी रणनीति से अलग है जहां उसने किसी को भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं घोषित किया था उसने वहां प्रदेश स्तरीय चुनाव समिति भी नहीं बनाई थी तथा कई बाहरियों और स्थानीय नेताओं को विभिन्न क्षेत्रों का प्रभार सौंपा था। बिहार में भारी पराजय से पार्टी के अंदर उसके चुनाव प्रचार अभियान को लेकर भारी बयानबाजी होने लगी। सोनोवाल फिलहाल केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्रप्रभार) हैं।

जावड़ेकर ने इस सवाल को टाल दिया कि क्या सोनोवाल पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि उपयुक्त समय पर संसदीय बोर्ड उचित फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि यह असम के लिए हमारी चुनाव तैयारी की शुरूआत है। वर्ष 2016 में बीजेपी जीत के साथ वापसी करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की एक बैठक में शामिल होने के लिए 27 नवंबर को डिब्रूगढ़ जाएंगे।

अगले साल जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें से केवल असम ही ऐसा राज्य है जहां बीजेपी के लिए सत्ता में आने की अच्छी संभावना बताई जा रही है। वर्ष 2016 में असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव होने हैं वर्ष 2014 में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी को दिल्ली और बिहार में भारी पराजय का मुंह देखना पड़ा जिसने विपक्ष को मोर्चेबंदी का मौका दे दिया है।

53 साल के सोनोवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार में स्थान पाने से पहले बीजेपी की असम इकाई की अगुवाई की थी। वह ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष और असम गण परिषद के नेता रह चुके हैं। बीजेपी ने वर्ष 2014 के आम चुनाव में असम में ज्यादातर लोकसभा सीटें जीती थीं और उसे 2016 के अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा में ऐसा ही प्रदर्शन दोहराने की आस है। वर्तमान असम प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सिद्धार्थ भट्टाचार्य का कार्यकाल अक्तूबर में खत्म हो गया था।

जावड़ेकर ने कहा कि भट्टाचार्य पूर्वोत्तर राज्यों के संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किए गए हैं। वह सांसद रामेन डेका और राजेन गोहैन के साथ चुनाव प्रबंधन समिति के तीन उपाध्यक्षों में एक होंगे। बिजयो चक्रवर्ती, कामख्या ताशा, राजदीप राय, विजय गुप्ता और मोहम्मद अवाल चुनाव समिति के सदस्य हैं। असम में कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्ता में है। जावड़ेकर ने कहा कि असम बदलाव के लिए तैयार है और स्थानीय चुनाव में भाजपा की जीत उसकी मजबूत स्थिति का सबूत है।

जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में जिसतरह शासन किया, उससे समाज का कोई भी वर्ग खुश नहीं है। उन्होंने नीतीश कुमार के बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में गैर बीजेपी दलों के साथ आने की यह कहकर मजाक उड़ाया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरूद्ध अपनी कड़वेपन को लेकर साथ आए। उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास की बात कर रही है जबकि विपक्ष के नेता मोदी का विरोध करने की बात कर रहे हैं।