मुंबई। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को वापस भारत लाना आसान नहीं है क्योंकि उसे ‘दुश्मन देश’ का संरक्षण मिला हुआ है। यह बात खुद दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त नीरज कुमार ने कही। कुमार ने यह भी कहा कि छोटा राजन की गिरफ्तारी से इस संबंध में अधिक मदद मिलने की उम्मीद नहीं है।

कुमार ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा,’हम यह नहीं कह सकते कि ऐसा (पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की मदद की वजह से) आईएसआई या देश (भारत) की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते है। अगर वह अभी भी हमारे चंगुल से बाहर है तो इसलिए कि वह दुश्मन देश के संरक्षण में है। ऐसे में भगोड़े डॉन को वापस लाना आसान नहीं है।’

कुमार ने कहा कि दाऊद को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने सभी संभव प्रयास किए हैं और एक दिन सफलता भी मिलेगी। गौरतलब है कि कुमार ने हाल ही अपनी किताब ‘डायल डी फॉर डॉन’ लॉन्च की है और यह किताब इसलिए सुर्खियां बटोर रही है, क्योंकि इमसें उन्होंने यह खुलासा किया है कि 1990 के दशक में एक बार दाऊद आत्मसमर्पण करना चाहता था।

कुमार ने कहा, वर्ष 1994 में मैंने दाऊद से तीन बार फोन पर बात की। तब मैं सीबीआई में 1993 मुंबई ब्लास्ट की जांच कर रहा था। इसके अलावा एक बार मैंने 2013 में दिल्ली में मेरे आयुक्त के तौर पर कार्यकाल के अंतिम दिनों में बात की थी। 1976 बैच के आईपीएस अधिकारी ने कहा, मैं इसे लेकर आश्वस्त नहीं था कि फोन पर जिससे मेरी बात हो रही थी वह दाऊद इब्राहिम ही था, लेकिन मेरे भीतर इस बात की मजबूत भावना थी कि वह वहीं था।