यूटीआई डायनामिक बॉन्ड फंड बाजार में जारी अनिश्चितता का लाभ लेने के लिए अच्छी तरह से तैयार है। यह पोर्टफोलियो के सक्रिय प्रबंधन के माध्यम से पर्याप्त तरलता के साथ ऑप्टिमल रिटर्न उत्पन्न करने की कोशिश करता है। निरंतर बढ़ती ब्याज दर के अनुसार अल्फा जेनरेट करने के लिए एक्टिव व फ्रिक्वेंट अवधि के साथ फंड का प्रबंधन डायनामिकली किया जाता है। ब्याज दरों के बढ़ने पर यह परिपक्वता को कम कर देता है जिससे पूंजी का संरक्षण होता है और ब्याज दरों में गिरावट होने पर भी इनकम फंड के आकर्षक रिटर्न को उत्पन्न किया जा सकता है।

यूटीआई एएमसी, फिक्स्ड इनकम के हेड अमनदीप चोपड़ा ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति में आगे उदार बने रहने के निहित भाव के साथ 50 बीपीएस के उम्मीद से ज्यादा रेट कट से बाजार को सुखद आश्चर्य प्रदान किया है। परिपक्वता पर यील्ड में 15 से 20 बीपीएस की गिरावट आने की खबर पर बॉन्ड मार्केट ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। निकट भविष्य में हम ब्याज दरों में और कटौती की आशा नहीं कर रहे है और बांड बाजार वैश्विक कारकों की वजह से अस्थिर हो सकता है। ऐसी परिस्थिति में यील्ड कर्व के अवसरों का लाभ उठाने की क्षमता व लचीलेपन वाले यूटीआई डायनामिक बॉन्ड जैसे फंड निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित होंगे।

एक संतुलित पोर्टफोलियो का निर्माण करने के लिए फंड, निवेशक की रणनीतिक ऋण आवंटन को विभाजित कर सकता है। फंड ने इस समयावधि के दौरान बेंचमार्क, क्रिसिल कम्पोजिट बॉन्ड फंड इंडेक्स में बेहतर प्रदर्शन किया है। (30 सितंबर 2015 की स्थिति के अनुसार) फंड नें 8.25 प्रतिशत के बेंचमार्क रिटर्न की अपेक्षा 9.88 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त किया है।