पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण, सहकारिता, सिंचाई एवं जल संसाधन, परती भूमि विकास, राजस्व, अभाव, सहायता पुर्नावास तथा लोक प्रबन्धन विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने जनपद पीलीभीत के भ्रमण के दौरान गोमती उद्गम स्थल फुलहर झील का जायजा लिया और लोगों को वहा की व्यवस्थाओं को शीघ्र ही चुस्त दुरूस्त करने का आश्वासन भी दिया। गोमती उद्गम स्थल के निरीक्षण के उपरान्त श्री शिवपाल यादव पीलीभीत को शारदा सागर डैम के वाईफरकेशन स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस के प्रागंण में जनपद पीलीभीत शहर में बरेली-पीलीभीत-टनकपुर मार्ग (एस0एच0-29) पर स्थित रेलवे सम्पार संख्या -202 एल0पी0 नौगवां चैराहे के पास बनने वाले उपरिगामी सेतु का शिलान्यास किया तथा भगा मोहम्मदगंज से माधोपुर, भिकारीपुर एन0एच0-74 के मध्य देवहा नदी के सेतु का लोकार्पण भी किया। श्री यादव जी ने बताया कि नौगवां चैराहे के पास बनने वाले उपरिगामी सेतु के निर्माण की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृतियां प्रदान की जा चुकी है। इस सेतु के निर्माण के लिये रू0 3103.05 लाख की स्वीकृति प्रदान की चुकी है। उपरिगामी सेतु निर्माण में रेलवे द्वारा 50 प्रतिशत की सहभागिता की जायेगी। इस सेतु को बनाने के लिये  श्री यादव ने विभागीय अधिकारियों को तत्काल कार्य शुरू करने के निर्देश भी दिये तथा पुल के बगल में बनने वाली सड़क को भी तत्काल बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि सभी कार्य गुणवत्ता परक ढ़ंग से कराये जाये। 

 लोक निर्माण मंत्री ने भिकारीपुर-भगा मोहम्मदगंज-माधोपुर पर देवहा नदी पर .6ग्28.25 मीटर दर व्यवस्था अर्थात 181.38 मीटर लम्बाई के सेतु की स्वीकृति प्राप्त है, पुल बन जाने से अमरिया विकासखण्ड की जनता को अत्यधिक सुविधा होगी, वहीं पुल के निर्माण से ग्राम माधोपुर, भिकारीपुर, भगा मोहम्मदगंज, अवराज, अभयपुर, नगरिया कालोनी, कैंची, जगतपुर, भुकडि़या, शफियापुर, धनकुनी, दहगला, जंगरोली, खुर्री, मरौरी, बमनपुर आदि लगभग 30-35 गांव जिनकी आबादी लगभग 1.50 लाख होगी, लाभान्वित हुई है। सेतु बन जाने से पीलीभीत एवं सितारगंज के मध्य की दूरी लगभग 30 किमी0 कम हो जायेगी इसके आलावा बांस वल्लियों से बनाये जाने वाले पुल की आवश्यकता अब अपने आप समाप्त हो जायेगी।