पेरिस : एथलेटिक्स की शीर्ष टीम रूस को रियो ओलंपिक से केवल नौ महीने पहले ‘सरकार प्रायोजित’ डोपिंग के कारण आईएएएफ ने ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिताओं से अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है। 

एथलेटिक्स महासंघों के अंतरराष्ट्रीय संघ (आईएएएफ) के अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने कहा, ‘आज हमने एआरएएफ (अखिल रूस एथलेटिक्स महासंघ) की असफलता पर चर्चा की और उसे अस्थाई तौर पर निलंबित करने का फैसला किया। अभी हम यही सबसे कड़ा फैसला कर सकते थे।’ 

उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमने इस पर चर्चा की और सहमति जताई कि केवल रूस ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एथलीटों की पूरी व्यवस्था नाकाम रही है। यह हमारे लिये शर्मनाक लेकिन आगाह करने वाली घटना है और हमारा रवैया स्पष्ट है कि हम खेल में किसी भी स्तर पर धोखाधड़ी को सहन नहीं करेंगे।’ 

आईएएएफ परिषद के सदस्य और एआरएएफ के महासचिव रूसी मिखाइल बुटोव ने आईएएएफ की 27 सदस्यीय शक्तिशाली परिषद के 24 सदस्यों के सामने अपने देश की स्थिति स्पष्ट की। लेकिन परिषद के 22 सदस्यों ने रूस के निलंबन के पक्ष में जबकि एक सदस्य ने विरोध में मतदान दिया। 

निलंबन के लिये केवल साधारण बहुमत की जरूरत पड़ती है। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के स्वतंत्र आयोग ने रूस पर पूरी तरह से डोपिंग से ग्रस्त होने का आरोप लगाया। इससे ओलंपिक के सबसे महत्वपूर्ण खेल को झकझोर कर रख दिया।