बेंगलूरु। टीपू सुल्तान की जयंती मनाने को लेकर कर्नाटक में कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव चरम पर है। इस बारे में मशहूर नाटककार और अभिनेता गिरीश कर्नाड ने कहा है कि अगर टीपू मुस्लिम न होकर हिंदू होते तो उन्हें छत्रपति शिवाजी के बराबर दर्जा मिलता। साथ ही उन्होंने इच्छा जताई कि अगर बेंगलूरु हवाई अड्डे का नाम केमपेगौड़ा के बजाय टीपू सुल्तान के नाम पर होता तो बेहतर होता। गौरतलब है कि केमपेगौड़ा विजयनगर साम्राज्य के जागीरदार थे जिन्होंनेे 1537 में बेंगलूरु की स्थापना की थी।

ज्ञानपीठ पुरस्कार से समानित कर्नाड ने कहाकि आजकल हमारे पढ़े लिखे लोग और नेता किसी भी व्यक्ति के धर्म और जाति पर पहले नजर डालते हैं। हवाई अड्डों का नाम मुंबई में छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखा गया है लेकिन बेंगलूरु एयरपोर्ट का नाम केमपेगौड़ा के नाम पर किया गया। केमपेगौड़ा बेंगलूरु के संस्थापक होने के नाते सम्मान के हकदार हैं लेकिन वे स्वतंत्रता सेनानी तो नहीं थे। कर्नाड के इस बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहाकि एयरपोर्ट का नाम बदलने की मांग निंदनीय है। कर्नाड को ऐसा नहीं कहना चाहिए था।

गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार ने टीपू सुल्तान की जयंती मनाने का फैसला किया जिसका भाजपा और संघ समेत कैथॉलिक चर्च विरोध कर रहा है। इनका कहना है कि टीपू सुल्तान धर्म परिवर्तन और अत्याचार में शामिल थे। जयंती के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को विहिप के एक नेता की मौत हो गई।