लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता मोहम्मद आज़म ख़ां ने आज अपने बयान में कहा कि बिहार के चुनाव ने देश  का भविष्य तय कर दिया है तथा साथ ही बिहारवासियों ने आपसी रिश्तों  के साथ इंसानी भाइचारे का मापदण्ड भी सुनिश्चित  कर दिया है।  पूरे देश में बिहार के नतीजों के बाद माहौल में जिस प्रकार का भाईचारा और शान्ति का माहौल है वह यह साबित कर रहा है कि 125 करोड़ हिन्दुस्तानी ऐसा  ही शान्त और ख़ुशहाल हिन्दुस्तान चाहते हैं। 

आज़म ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वह हालात से सबक़ न लें बल्कि इसे एक तजुर्बा मानकर अपने अन्दर एक नया दर्दमन्द इंसान पैदा करने की पहल करें। उन्हें क़ुदरत ने और उस क़ुदरत ने जो सबकी है, ज़मीन पर बसे हुये तमाम इन्सार, हैवान, परिन्दें, खेतियां, दरख़्त हर प्रकार की  हरियाली का जो तनहा मालिक है, अगर उस मालिक की बनायी हुयी किसी एक चीज़ के साथ आप नफ़रत का बर्ताव करेंगे तो वह मालिक, जो सबका है, आपसे खुश नहीं होगा।

मौजूदा चुनावी नतीजे कुदरत की नाराजगी का भी पता देते हैं। ’’सबका साथ सबका विकास’’ आप ही का नारा था, इसे खुले मन से धार्मिक और जातीय द्वेषभावना को आज ही किसी शमशान में ले जाकर नज़र-ए-आतिश कर दीजिए। वाल्मीकि जी और उसके विपरीत दधीचि महाराज से सबक़ लेते हुये अपने अन्दर एक नये युग का आग़ाज़ कीजिए। जो लोग आपसे डरते हैं उनके दिल से डर निकालिए और सबका होने का परिचय दीजिए। दल और दलदल दोनों से निकलकर केवल महान भारत के प्रधानमंत्री बनिए।

आज़म ने देशवासियों को दीवाली की मुबारकबाद भी दी