पटना: बीजेपी की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की हार का कारण आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आरक्षण को लेकर दिया गया बयान, गोमांस और पाकिस्तान में पटाखे फूटने जैसी टिप्पणियां रहीं।

हम सेक्युलर प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि मोहन भागवत का आरक्षण मुद्दे पर बयान गलत समय पर आया। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के सत्ता में आने पर पिछड़े और दलितों के बीच उसको लेकर भय पैदा करने में कामयाब रहे। हम सेक्युलर ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे और उम्मीद की जा रही थी कि वह दलित और महादलित मतदाताओं को एनडीए के पक्ष में कर पाएगी। हालांकि पार्टी प्रमुख मांझी इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से तो जीत गए, लेकिन वह अपनी पुरानी सीट मखदूमपुर पर अपना कब्जा बरकरार नहीं रख पाए।

मांझी ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने आरक्षण को लेकर स्पष्टीकरण देने की कोशिश की, लेकिन तब तक लालू और नीतीश हमारे खिलाफ पिछड़े एवं दलितों के बीच संदेश पहुंचा चुके थे। मांझी चुनाव नतीजों को लेकर मंगलवार शाम पटना स्थित अपने आवास पर अपनी पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के हाथों हार का कारण गोमांस और पाकिस्तान में पटाखा फूटने वाली टिप्पणी भी रही। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियों से मुसलमानों के बीच भय का माहौल बना और वे महागठबंधन के पक्ष में एकजुट हो गए। मांझी ने कहा कि (बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की) पाकिस्तान में पटाखे फूटने की टिप्पणी को मुस्लिम समुदाय ने जानबूझकर उन्हें चिढ़ाने के लिए की गई टिप्पणी माना।