लखनऊः प्रदेश की महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती सैय्यदा शादाब फातिमा ने कहा है कि प्रदेश सरकार महिलाओ के लिए संचालित कल्याणकारी कार्यक्रमों को बेहतर ढ़ग से क्रियांवित करेगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में ठोस काम करके पात्र लोगों को इनका लाभ पहुचाया जाए। विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ पीड़ित महिलाओं को उपलब्ध कराने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि महिला सशक्तिकरण हेतु सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए।  

श्रीमती फातिमा आज यहां योजना भवन में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान योजना पर जिलाधिकारियों से वार्ता कर रही थंी। उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष का गठन 100 करोड़ रू0 से किया गया है, जिसमें से लगभग 49 करोड़ रू0 की धनराशि आवाटिंत हो चुकी है।  सितम्बर माह तक 20 करोड़ रू0 ही व्यय हो पायें है । उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि सकारात्मक सोच के साथ काम करें और निर्धारित बजट का ससमय उपयोग सुनिश्चित करते हुए पात्र महिलाओं को लाभान्विंत करें। उन्होंने अधिेकारियों को निर्देशित किया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिएं । 

राज्य मंत्री श्रीमती फातिमा ने कहा कि इस कोष का उद्देश्य एसिड अटैक एवं अधिसूचित जघन्य अपराध से पीड़ित बालिकाओं/महिलाओं को आर्थिक तथा चिकित्सीय सहायता समय से उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि दहेज पीड़ित महिलाओं को आर्थिक सहायता, दम्पति पुरस्कार योजना तथा निराश्रित महिला पेंशन योजना का इस प्रकार संचालन किया जाए कि पात्र महिलाओं को इसका लाभ आसानी से मिल सकें।  

राज्य मंत्री ने कहां कि रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष को व्यवस्थित रूप से लागू करने के लिए नियमावली भी बनाई गई है। इसमंे सामाजिक पेंशनर्स, निराश्रित राजकीय गृहों में अध्यावासित महिलाओं आदि को चिकित्सीय एवं शैक्षणिक सहायता उपलब्ध कराने का भी प्राविधान किया गया है। उन्होंने समय-समय पर इस योजना का अनुश्रवण करने के भी निर्देश दिए। 

इस मौके पर प्रमुख सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार निदेशक महिला कल्याण राम केवल, महाप्रबन्धक महिला कल्याण निगम एम0के0 सिंह सहित अनेक विभागीय अधिकारी मौजूद थे।