नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आज राजद प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के लिए दोहरी खुशी लेकर आए, क्योंकि महागठबंधन को बड़ी जीत मिलने के साथ ही उनके दोनों बेटों ने भी अपने जीवन के पहले चुनाव में विजय हासिल की। दूसरी तरफ इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे कई प्रमुख नेताओं खासकर राजग नेताओं के परिजनों को निराशा हाथ लगी।

लालू के दोनों बेटों तेजस्वी प्रसाद यादव और तेज प्रताप यादव ने अपने-अपने क्षेत्रों से जीत हासिल की। तेजस्वी ने राघोपुर में भाजपा के सतीश कुमार को 22,733 मतों से पराजित किया। अतीत में लालू और उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

तेज प्रताप ने महुआ विधानसभा सीट पर हम (सेक्युलर) के उम्मीदवार रवींद्र राय को 28,155 मतों के अंतर से पराजित किया। केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस को अलौली सीट से जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन उन्हें राजद उम्मीदवार चंदन कुमार से हार का मुंह देखना पड़ा। पारस को 46,049 मत मिले तो कुमार को 70,519 मत हासिल हुए।

पासवान के भतीजे प्रिंस राज को जदयू के महेश्वर प्रसाद ने कल्याणपुर सीट पर पराजित किया। पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान अवामी मोर्चा (सेक्युलर) के नेता जीतन राम मांझी ने कुटुम्बा सीट पर अपने बेटे संतोष कुमार सुमन को उतारा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश कुमार ने हरा दिया। मांझी खुद अपनी मखदूमपुर सीट बरकरार रख नहीं सके। इमामगंज सीट पर उन्होंने जदयू के नेता और निवर्तमान विधानसभा के अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को पराजित किया।

पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के पुत्र नीतीश मिश्रा झंझारपुर सीट पर हार गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर को ब्रह्मपुर सीट पर हार का सामना करना पड़ा। भागलपुर में भाजपा सांसद अश्विनी चौबे के बेटे अरजीत चौबे को भी कांग्रेस उम्मीदवार अजीत शर्मा से हार का सामना करना पड़ा।