मोदी-शाह की जोड़ी को लगा ज़ोरदार झटका 

पटना। बिहार की जनता ने पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले चार दलों के गठबंधन एनडीए के बजाय लालू यादव-नीतीश कुमार के महागठबंधन को अगले पांच साल के लिए सत्ता सौंप दी है। 243 सीटों में से महागठबंधन को दो तिहाई से ज्यादा यानि 178 सीटें मिली है। वहीं एनडीए गठबंधन एक चौथाई सीटों यानि 60 सीटों पर सिमट गया। नीतीश कुमार के दल जेडीयू ने 70, राजद ने 82 सीटों और कांग्रेस ने 27 सीटों पर बाजी मारी। लालू की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। वहीं भाजपा केवल 50 पर सिमट गया जबकि उसके सहयोगी दल हम, रालोसपा व लोजपा क्रमश: 1,3 व 3 पर अटक गए।

लालू यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी चुनाव जीत गए, वहीं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी इमामगंज से जीत गए जबकि मकदूमपुर से खेत रहे। मांझी के बेटे संतोष सुमन भी चुनाव हार गए। दिनारा से चुनाव लड़ रहे भाजपा के राजेन्द्र सिंह भी जीत का स्वाद नहीं चख पाए। बिहार के छहों क्षेत्रों मिथिला, तिरहूत, सीमांचल, मगध, भोजपुर और अंगा में महागठबंधन का जलवा रहा। एनडीए को सबसे ज्यादा तिरहूत क्षेत्र में 13 सीटें मिली।

नतीजों पर लालू यादव ने कहाकि जनता ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। नीतीश कुमार ही हमारे नेता होंगे और हममें कोई फूट नहीं होगी। हार के बाद नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को वापिस गुजरात चले जाना चाहिए। नीतीशजी बिहार चलाएंगे और मैं देश भर से भाजपा को उखाड़ फेंकने का काम करूंगा। वहीं नीतीश ने कहाकि, ये बिहार के स्वाभिमान की जीत है। महागठबंधन का बिहार की जनता का जबरदस्त सहयोग दिया यह उसी का परिणाम है।

वहीं इन चुनावों में लालू यादव ने जबरदस्त वापसी करते हुए अपनी पार्टी राजद को नंबर वन बना दिया है। भाजपा सीटों के मामले में नंबर तीन पर है। नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नीतीश कुमार को फोन कर बधाई दी। वहीं हार के विश्लेषण के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। वहीं लालू की बेटी मीसा यादव ने कहाकि बिहार की जनता ने अपमान का बदला लिया है। भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने हार के लिए पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया है

महागठबंधन में जहां जेडीयू, राजद और कांग्रेस शामिल हैं वहीं एनडीए में भाजपा, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवामी मोर्चा(हम), उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी और रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी शामिल हैं। 2010 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा और जेडीयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था और सरकार बनाई थी लेकिन बाद में वे अलग हो गए थे। इसके बाद नीतीश कुमार ने लालू यादव की राजद के साथ गठबंधन कर सरकार चलाई थी।