पटना। राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना लेकर बिहार विधानसभा चुनावों में उतरी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इतेहाद्दुल मुस्लिमीन(AIMIM) को करारा झटका लगा है। जेडीयू और राजद के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने की उम्मीद लगाए बैठे ओवैसी की पार्टी ने छह सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन एक भी सीट पर नहीं जीत पाई।

ओवैसी के चुनाव में उतरने के बाद संभावना जताई जा रही थी कि इससे मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगेगी और भाजपा को फायदा होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शुरु

आती रूझानों में एमआईएम एक सीट पर आगे चल रही थी लेकिन बाद में पिछड़ गई। एमआईएम ने किशनगंज, रानीगंज, बैसी, अमूर, बलरामपुर और कोचा दमन से अपने प्रत्याशी उतारे थे। मुस्लिम मतदाताओं ने भी ओवैसी का साथ नहीं दिया और राजद और जेडीयू के पक्ष में अपना मत डाला। बिहार चुनाव में उतरने के एलान के समय ओवैसी ने कहा था कि सीमाचंल क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है और इसके विकास के लिए उनकी पार्टी काम करेगी। गौरतलब है कि सीमांचल में मुस्लिम मतदाताओं की तादाद है।