खुली सिगरेट-बीड़ी बेचने पर लगी पाबन्दी हटाने की मांग 

लखनऊ:तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले पांच लाख छोटे दुकानदारों की एक संस्था ने आज प्रदेश सरकार के मुखिया अखिलेश यादव से प्रार्थना की कि वह ऐसा कोई ऐसा कानून न लाएं जिससे उनके परिवार के लगभग 25 लाख लोगों की आजीविका खतरे में पद जाय। 

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश सरकार एक ऐसा कानून लाई है जिसके तहत खुली सिगरेट एवं बीड़ी बेचने पर पाबन्दी होगी।

लक्ष्मण मेला मैदान में आज शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन कर ट्रांस गोमती तम्बाकू विक्रेता संघ ने प्रदेश सरकार के सामने अपनी पीड़ा रखते हुए कहा कि  हमारे व्यापार में तीन चौथाई हिस्सा फुटकर तम्बाकू उत्पादों एवं सिगरेट की खुली बिक्री से होता है इस कानून से हमारा व्यापार पूरी तरह से चौपट  हो गया है और हमारा परिवार भूखमरी के कगार पर है।

खुली सिगरेट की बिक्री पर एक साल से तीन साल तक की जेल की सजा का प्रावधान किया गया है जो कि अत्यन्त कठोर एवं अमानवीय है ऐसी कठोर सजा का प्रावधान पूरे विश्व में कहीं भी नहीं है। इससे हम गरीब एवं समाज के निम्नतम स्तर से जुड़े हुए, ईमानदारी से बमुश्किल अपना परिवार पालने वाले लोगों को पुलिस एवं अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी एजेन्सियों द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है और हम सभी भय में जी रहे हैं।

चूंकि वैध सिगरेट पैकेट खरीदना बहुत महंगा हो गया है इसलिए ग्राहक तस्करी वाली और घरेलू कर चोरी वाली सिगरेट खरीदना शुरू कर देंगे। इस अवैध व्यापार से असामाजिक तत्वों और माफिया गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा एवं उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व को भी हानि होगी।

जो उपभोक्ता पैकेट नहीं खरीद पायेंगे वे तम्बाकू के अन्य सस्ते प्रारूपों का उपयोग करना शुरू कर देंगे, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए अधिक हानिकारक हो सकता है।

धरना प्रदर्शन  ट्रांस गोमती तम्बाकू विक्रेता संघ के पदाधिकारी सीएम को ज्ञापन देने के लिए निकले लेकिन रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक दिया और ज्ञापन ले लिया जो एसडीएम आॅफिस से सीएम को भेज दिया जाएगा।