लखनऊ। पंचायत चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। खुद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी में कांग्रेस का पत्ता साफ हो गया है। कांग्रेस अमेठी की जिला पंचायत की आठों सीटें हार गई है। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीजेपी को करारा झटका लगा है। बीजेपी ने 48 में से सिर्फ 8 सीटें जीती हैं।

उधर सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी को भी झटका लगा है। समाजवादी पार्टी के कई मंत्रियों और पार्टी नेताओं के रिश्तेदार या तो चुनाव हार गए हैं या फिर मतगणना में पीछे चल रहे हैं। वाराणसी में मंत्री सुरेंद्र पटेल के भाई महेंद्र पटेल की पत्नी शकुंतला देवी बीडीसी का चुनाव हार गई हैं।

इसी तरह संत कबीर नगर में मंत्री शंख लाल मांझी की पत्नी अंजली काफी पीछे चल रही हैं। यही नहीं बूथ कैप्चरिंग के आरोपी पैकफेड के चेयरमैन तोतराम 12 उम्मीदवारों में सबसे आखिरी नंबर पर रहे। जिस सीट पर तोताराम पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे वहां उन्हें महज 28 वोट मिले।

मथुरा के 38 वार्डों में 9 पर बीजेपी, 8 पर बीएसपी, 9 पर लोकदल, 9 पर निर्दलीय और 3 पर एसपी ने कब्जा किया है।  पूर्व मंत्री श्याम सुंदर शर्मा के बेटे ललित शर्मा और पत्नी सुधा शर्मा जीतीं तो पूर्व मंत्री लक्ष्मी नारायण की पत्नी ममता चौधरी और भतीजे नरदेव भी जीते हैं ।

चंदौली सकलडीहा ब्लॉक के जिला पंचायत  सेक्टर 5 पर तनाव के कारण मतगणना रोक दी गई है। पर्वेक्षक सहित जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। इलाके में तनाम की स्थिति बनी हुई है। एस पी प्रत्याशी ने दोबारा मतदान की मांग की है।

पैक्सपेड के चेयरमैन तोताराम यादव मैनपुरी के बेबर की बार्ड छह नंबर सीट से बुरी तरह पिछड़ गए हैं, आठवें चक्र की गणना में वो बारहवें नंबर पर आ गए, शुरुआती मतगणना में वो आठवे नंबर पर थे, मतदान के दौरान तोताराम खुद बूथ कैप्चरिंग करते हुए एक वीडियों में देखे गए थे, इस मामले में तोताराम पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था।