लखनऊः अखिलेश सरकार मंत्रिमंडल विस्तार के मौके पर राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल राम नाईक द्वारा राष्ट्रगान को बीच में ही रोके जाने की घटना को तालमेल की कमी और तकनीकी चूक बताया गया है।
राजभवन से जारी वक्तव्य में पर सफाई देते हुए कहा गया कि सामान्य तौर पर शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के पश्चात् राष्ट्रगान की धुन बजाये जाने की परम्परा है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजभवन में आयोजित आज के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय एकता की भी शपथ दिलाई जानी थी। चूंकि ऐसा अवसर पहली बार था इसलिए तालमेल की तकनीकी चूक हुई। राष्ट्रगान को बीच में रोकने की कोई मंशा नहीं थी बल्कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में हुई भूल सुधारने की दृष्टि से ऐसा किया गया था।
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