नई दिल्ली: सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140 वीं जयंती पर ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सरदार पटेल के महान कार्यों को याद करना और महान संकल्‍पों को लेकर जीना-मरना देश के हर युवा का दायित्‍व है। वे लौह पुरुष के रूप में केवल अखबार में छापे जाने की वजह से नहीं माने गए। सरदार पटेल का देश की एकता से अटूट नाता है और वे अपने फैसलों की वजह से पटेल ‘लौह पुरुष’ बने। उन्‍होंने शक्ति और समझदारी से फैसले लिए तब जाकर वे लौह पुरूष कहलाए। भारत की एकता के लिए सरदार पटेल का योगदान कम नहीं आंका जा सकता। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने तत्‍कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी याद किया।’ साथ ही पीएम ने कहा कि सरकार एक भारत-श्रेष्‍ठ भारत योजना भी लाएगी।

पीएम ने कहा, ‘अंग्रेज चाहते थे कि आजादी के बाद भारत एकता के सूत्र में न बंधे, इसलिए उन्‍होंने अपने शासनकाल में विभाजनकारी नीतियों के बीज बोए, लेकिन सरदार पटेल ने भारत को एकता के सूत्र में बांध दिया। चाणक्‍य के बाद भारत को एकता के सूत्र में सरदार पटेल ने बांधा। एक भारत-श्रेष्‍ठ भारत बने, इसके लिए सवा सौ करोड़ देशवासियों का सामूहिक पुरुषार्थ जरूरी है।’

पीएम ने आगे कहा, ‘सरदार साहब की कई विशेषताएं थीं। सरदार साहब के स्‍वच्‍छता अभियान की तारीफ खुद महात्‍मा गांधी ने की थी। महात्‍मा गांधी की बातों में सटिकता थी। सरदार महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू से ही जागरूक थे। 1930 से पहले पटेल अहमदाबाद में म्युनिसिपल में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव लाए थे। सरदार साहब का जीवन हमें प्रेरणा देता है।’ इस अवसर पर पीएम ने कहा कि परिवारवाद ने राजनीति को कलंकित किया।