लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार से आठ मंत्रियों की बर्खास्तगी नौ मंत्रियों के विभाग छीनने पर प्रतिक्रिया देते भाजपा अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा बर्खास्त हुए अथवा विभाग से वंचित किए गए मंत्रियों को सोचना चाहिए कि आखिर कार्रवाई उन्हीं पर क्यों हुई? जहर उगलने वाले आजम खां समेत कई मंत्रियों को संरक्षण क्यों है? सपा प्रमुख मुलायम सिंह व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बताना चाहिए कि खनन मंत्री गायत्री प्रजापति से मोह क्यों है? उन्होंने कहा कि जो लोग मंत्रिमंडल से बाहर किए गए हैं उनमें कुछ भाजपा को गर्दिश के दिनों में छोड़ गए थे। ऐसे दागी व धकियाए गए लोगों के लिए भाजपा अपने गेट न खोलेगी।

डॉ. बाजपेयी ने आज लखनऊ में कहा कि खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर जमकर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगे हैं, लेकिन सीएम अखिलेश यादव तथा सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव का उनसे मोह किसी के गले नही उतर रहा है।

लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति का खनन माफियाओं से संबंध जगजाहिर है लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा मुलायम सिंह यादव को प्रजापति में जरा भी खोट नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि सोनभद्र के दौरे के बाद वहां पर खनन माफियाओं के गायत्री प्रसाद से संबंध पर मैंने मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा था, लेकिन उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सोनभद्र में जमकर अवैध खनन हो रहा है। वहां पर किसी की भी रोक का असर नहीं है। 

डॉ. बाजपेयी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। नोएडा के इंजीनियर यादव सिंह को पहले तो सरकार ने क्लीन चिट दी और अब सीबीआई जांच का नाटक कर रही है। यादव सिंह को क्लीन चिट देने के मामले में डीजीपी जग मोहन यादव व लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। जब ईडी की जांच में मामला खुला तो सरकार ने बिना विलंब के सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी।