तेल अवीव: पूर्व प्रधानमंत्री यित्जाक रॉबिन की 20वीं पुण्यतिथि से एक दिन पहले हजारों इस्राइलियों ने इस्राइल फलिस्तीन के बीच नए सिरे से शांति वार्ता शुरू करने के लिए रैली निकाली।

शनिवार हुई इस रैली में प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे कि, ‘यहूदी और अरब एक दूसरे से नफरत करना नहीं चाहते हैं’ और ‘इस्राइल, फलिस्तीन दो लोगों के लिए दो राष्ट्र हैं।’ ये लोग बढ़ती हिंसा की घटनाओं के बीच साथ आए हैं। हिंसा के कारण दशकों पुराने संघर्ष में शांति की संभावनाए धुंधली प्रतीत हो रही है।

प्रदर्शनकारी तेल अवीव के रॉबिन स्क्वायर में इकट्ठा हुए थे, जहां पर नोबल पुरस्कार से सम्मानित राबिन यित्जाक की चार नवंबर 1995 को एक दक्षिणपंथी यहूदी चरमपंथी ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। उस वक्त वह 73 साल के थे। कार्यकर्ताओं के समूह पीस नाउ ने वामपंथी मेरत्ज़ पार्टी और अन्य के साथ यह रैली आयोजित की थी। उसने कहा कि रैली में तकरीबन 6000 लोगों ने हिस्सा लिया।

रैली में शामिल डेनियल दोजों ने कहा कि वह इसलिए आए हैं ‘क्योंकि स्थिति चिंताजनक है। मैं सुरक्षा के बारे में बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन (राजनीति) प्रगति का अभाव है, उम्मीद का अभाव है। इस्राइली नेता ज्यादा चरम होते जा रहे है।’