नागपुर: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इन बातों का खंडन किया है कि केंद्र की मोदी सरकार नागपुर के निर्देशों पर चलती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का रिमोट आरएसएस के हाथ में नहीं है और राजनीतिक दल की दृष्टि से बीजेपी एक स्वतंत्र पार्टी है।

नागपुर में आयोजित एक सभा में संघ प्रमुख ने कहा, अभी राज्य और केंद्र की सत्ता में हमारे लोग हैं, ये बात तो सही है। लेकिन राजनीतिक दल की दृष्टि से बीजेपी एक स्वतंत्र पार्टी है। जैसा मीडिया कहता है कि वैसा कोई रिमोट हैं नहीं, यह मैं सत्य बात बता रहा हूं।

इसके अलावा गोवध को लेकर बढ़ते विवाद के बीच उन्होंने कहा कि केन्या में कई बार लोग जिंदगी बचाने के लिए गाय का खून तो पी लेते हैं, लेकिन वे उसे मारते नहीं हैं और उसका मांस भी नहीं खाते। उन्होंने कहा कि सूखे जैसी कुछ स्थितियों में केन्या के लोग जीवन रक्षा के लिए गायों का खून पी लेते हैं, लेकिन वे उन्हें मारते या उनका मांस नहीं खाते।

पशु चिकित्सा का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके भागवत ने कहा कि वे बांस से बने एक ट्यूब को गाय की ग्रीवा शिरा (जग्यूलर वेन) में डालकर रक्त पी लेते हैं। किन्तु वे इस जानवर को खाने के लिए नहीं मारते क्योंकि अफ्रीकी राष्ट्र में गोवध पर प्रतिबंध है। भागवत ने यह भी कहा कि वे इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि रक्त पीते समय इसके कारण गाय मर न जाए।

आरएसएस प्रमुख की यह टिप्पणी महाराष्ट्र सहित कुछ राज्यों में गोमांस खाने पर प्रतिबंध तथा उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाए जाने की अफवाहों के कारण एक व्यक्ति को पीट पीटकर मार देने के बाद पैदा विवादों की पृष्ठभूमि में आया है।