कराची: भारत में उनके साथ हुए सलूक को ‘निराशाजनक’ करार देते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान ने परोक्ष धमकी दी कि पाकिस्तान अगले साल भारत में होने वाले टी-20 वर्ल्डकप में अपनी टीम की भागीदारी को लेकर सुरक्षा हालात की समीक्षा करेगा।

बीसीसीआई के आला हुक्मरानों से मिले बगैर पाकिस्तान लौट आए खान ने भारतीय बोर्ड से साफतौर पर कहा है कि दिसंबर में प्रस्तावित सीरीज को लेकर वह एक सप्ताह में स्पष्ट फैसला दें वरना पीसीबी टी-20 वर्ल्डकप में पाकिस्तान की भागीदारी को लेकर फैसला लेगा। भारत अगले साल मार्च अप्रैल में टी-20 विश्व कप की मेजबानी करेगा ।

शहरयार ने लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हम एक हफ्ते तक इंतजार करेंगे। एक बार बीसीसीआई का रुख स्पष्ट होने पर हम फैसला लेंगे। समय आने पर ही फैसला लिया जाएगा, लेकिन भारत में पाकिस्तानियों की सुरक्षा की समीक्षा करनी होगी क्योंकि हमारी टीम टी-20 विश्व कप खेलने जाएगी।

शहरयार ने कहा कि आईसीसी अध्यक्ष जहीर अब्बास ने चिंता जताई है कि अगर भारत के हालात ऐसे ही रहे तो टी-20 विश्व कप में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर मसले होंगे। उन्होंने हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच दिसंबर में यूएई में द्विपक्षीय सीरीज की संभावना से इनकार नहीं किया।

उन्होंने कहा, पाकिस्तान का हमेशा से मानना रहा है कि खेलों और राजनीति को अलग रखना चाहिए। हमने इस सीरीज की कोशिश की, क्योंकि मैं जानता हूं कि क्रिकेट कुछ हद तक जख्मों को भरने और दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मदद करता है। हम भारत से क्रिकेट के लिए खेलना चाहते हैं, पैसे के लिए नहीं। उन्होंने कहा, हमने पिछले आठ साल में उनसे नहीं खेला है और अच्छा प्रदर्शन किया है। इससे आर्थिक रूप से हम पर उतना असर नहीं पड़ता। हम कह सकते हैं कि अगर दिसंबर में सीरीज होती है तो यह हमारे लिए बोनस होगी। उन्होंने कहा कि पीसीबी आईसीसी और बीसीसीआई को लिखकर मुंबई और दिल्ली में उसके प्रतिनिधिमंडल के साथ हुए बर्ताव के लिए नाराजगी जाहिर करेगा।

शहरयार ने कहा, मैं बीसीसीआई द्वारा हमारे साथ किए गए बर्ताव से वाकई निराश हूं। एक बार शिवसेना के प्रदर्शन के कारण शशांक मनोहर के साथ बैठक रद्द कर दी गई और फिर बोर्ड में से किसी ने हमें नहीं बताया कि क्या हो रहा है। कोई औपचारिक माफी या खेद भी नहीं जताया गया।

शहरयार ने कहा, मैं निराश हूं और मुझे ऐसा लगता है कि बीसीसीआई ने हमारी ठीक से मेहमानवाजी नहीं की। मैं उन्हें और आईसीसी को लिखूंगा और हमारे साथ हुए बर्ताव पर नाराजगी जताऊंगा। उन्होंने मनोहर द्वारा भेजा गया न्योता भी पत्रकारों को दिखाया और कहा कि पीसीबी प्रतिनिधिमंडल बीसीसीआई प्रमुख के बुलावे पर मुंबई गया था।

उन्होंने कहा, यह कहना कि हम खुद वहां बिना बुलाए गए, गलत है। मैंने मनोहर से फोन पर बात की थी और उन्होंने मुझे सोमवार को सुबह 11 बजे मुंबई में मिलने के लिए बुलाया था। बाद में हमें लिखित न्योता भी मिला। उन्होंने कहा, मैंने बीसीसीआई अध्यक्ष से कहा भी था कि क्या मुंबई में बैठक करना ठीक होगा। हम नागपुर या दिल्ली में भी बैठक कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक होगा। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई कार्यालय से सोमवार को आये दो फोन के अलावा बोर्ड के अधिकारियों ने उनसे कोई बात नहीं की। पहला फोन बैठक स्थगित होने की जानकारी देने के लिये आया और दूसरा रद्द होने की इत्तिला देने को।