चेन्नई: श्रृंखला में उतार चढ़ाव वाला प्रदर्शन करने वाला भारत करो या मरो वाले चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को यहां जब दक्षिण अफ्रीका का सामना करने के लिये उतरेगा तो कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के सबसे उलझन भरे सवाल का सामना करेंगे कि आखिर कौन सा बल्लेबाजी संयोजन टीम की नैया पार लगा पाएगा? भारत के अधिकतर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जिससे टीम पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रही है। इससे कप्तान धोनी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं जिन पर घरेलू वनडे श्रृंखला गंवाने का खतरा मंडराने लगा है। भारत यदि यह श्रृंखला नहीं जीत पाता है तो यह लगातार दूसरी वनडे सीरीज होगी जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ेगा। 

इससे पहले उसने बांग्लादेश के हाथों 1-2 से हार झेली थी। धोनी की परेशानी सिर्फ बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन तक ही सीमित नहीं है। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण भारत का गेंदबाजी आक्रमण भी कमजोर हुआ है। अब मैदान से बाहर की एक नयी समस्या ने स्थिति और जटिल कर दी है। लेग स्पिनर अमित मिश्रा उत्पीड़न के आरोप से घिर गये हैं।  बेंगलुरू पुलिस स्टेशन में एक महिला ने इस लेग स्पिनर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह अब भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मिश्रा इस मैच में खेलेंगे या नहीं। कभी भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने में माहिर मानी जाती थी लेकिन अभी उसके लिये यह सबसे बड़ी समस्या बन गयी है। धोनी ने स्वयं स्वीकार किया है कि टीम अभी तक तय नहीं कर पा रही है कि पांचवें, छठे और सातवें नंबर के लिये कौन आदर्श बल्लेबाज होगा। ये तीनों ऐसे स्थान हैं जहां ऐसे बल्लेबाज चाहिए जो लंबे शाट जमाने में माहिर हो और अच्छे फिनिशर की भूमिका निभा सके।