नई दिल्ली। वीरेन्द्र सहवाग ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया लेकिन सम्मानजनक विदाई की उनकी आस अधूरी रह गई। सहवाग फेयरवैल मैच खेलकर अलविदा कहना चाहते थे लेकिन बीसीसीआई ने इससे इनकार कर दिया। सहवाग दो साल से ज्यादा समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे और वापसी की उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई थी।

सूत्रों का कहना है कि सहवाग विदाई मैच चाहते थे और उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर से बात की थी। मनोहर ने उनकी मांग को खारिज कर दिया। गौरतलब है बीसीसीआई ने अनिल कुम्बले, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली को संन्यास से पहले फेयरवैल मैच का मौका दिया था। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी एक समाचार चैनल से बातचीत में कहाकि उन्हें मलाल है कि सहवाग को मैदान से विदाई नहीं मिली। हालांकि सहवाग के करीबी लोगों का कहना है कि उन्होंने ऎसी कोई मांग नहीं की।

पूर्व क्रिकेटर अरूण लाल का कहना ह कि सहवाग ऎसे खिलाड़ी नहीं है जो ऎसा अनुरोध करेंगे। वहीं क्रिकेट जानकार चारू शर्मा ने कहाकि विदाई मैच नहीं खिलाया जाना चाहिए। सीरिज के लिए मजबूत टीम उतारी जाती है, कोई खिलाड़ी फॉर्म में नहीं है तो उसे टीम में क्यों लिया जाए। वहीं सहवाग ने अपने रिटायरमेंट में कहा था कि उन्होंने तय कर रखा था वे 37वें बर्थडे पर संन्यास ले लेंगे।