लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री होने को दम भरने वाली सपा सरकार ने सूबे के लाखों युवाओं के साथ एक शर्मनाक मजाक किया है। भर्ती आयोगों में जिस तरह से सपा सरकार के भ्रष्टाचारी रवैये ने चेयरमैन की तैनाती की थी, न्यायालय के सामने उसकी पोल खुल चुकी है। 

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि कठिन परिश्रम और बेहद तंगी के बीच नौकरी की राह देश रहे युवाओं के सपनों को कुचलने की सपा सरकार की साजिश अब बेनकाब हो चुकी है। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड के अध्यक्ष और सदस्यों के बाद अब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव की नियुक्ति अवैध घोषित होने से युवाओं के साथ सपा सरकार के शर्मनाक मजाक पर से पर्दा हट गया है। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि गलत तरीके से आए इन अध्यक्षों के विवादित और स्वार्थपूर्ण फैसले ने लाखों युवाओं के भविष्य को अंधकार की ओर ढकेल दिया है. भ्रष्टाचार के लिए सपा सरकार के हठधर्मी रवैये के चलते ही सूबे के भर्ती आयोगों की सुचिता तार-तार हो चुकी है। सभी संस्थाओं की भर्तियों में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं. उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड के साथ अब लोक सेवा आयोग की भर्ती प्रक्रियाएं भी अधर में लटक गई हैं। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार के कारनामों का खमियाजा युवा भुगत रहे हैं। युवाओं का हमदर्द बनने का ढोंग करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जवाब दें कि आखिर गरीब युवाओं के सपनों पर कुठाराघात करने की साजिश उनकी सरकार ने क्यों की? कोर्ट के फैसले के बाद युवाओं की हितैषी होने का दावा करने वाली प्रदेश सरकार सत्ता में रहने का नैतिक हक खो चुकी है।