नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दादरी कांड पर अपनी चुप्‍पी तोड़ते हुए पहली बार अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे दुखद घटना बताया। पीएम मोदी ने आनंद बाज़ार पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा कि दादरी की घटना दुखद है, लेकिन साथ ही सवाल किया कि इसमें केंद्र सरकार का क्‍या रोल है?

पीएम ने साफ किया कि बीजेपी कभी भी ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं करती। उन्‍होंने कहा, बीजेपी ने हमेशा छद्म धर्मनिरपेक्षता यानि pseudo secularism का विरोध किया है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाओं के जरिए विपक्ष ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। साथ ही कहा कि बातचीत से हर समस्‍या का समाधान संभव है।

उन्‍होंने दादरी मामले के साथ-साथ शिवसेना द्वारा पाकिस्‍तानी गजल गायक गुलाम अली का किए गए विरोध को भी अफसोसजनक बताया।

उल्‍लेखनीय है कि गोमांस की अफवाह पर दादरी के बिसाहड़ा गांव में अखलाक नामक व्‍यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था। इस घटना की चौतरफा निंदा हुई और इस पर खूब राजनीति भी। कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी, दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, बीजेपी नेता संगीत सोम, सांसद महेश शर्मा और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी से लेकर कई नेता गांव पहुंचे थे। गांव में कवरेज के लिए गई मीडिया का भी स्‍थानीय लोगों ने काफी विरोध किया था। बाद में यूपी पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तारियां भी किया। यहां तक की राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी इस घटना की निंदा की थी।