नई दिल्ली। हिन्दी की मशहूर लेखिका और साहित्य अकादमी फेलोशिप से सम्मानित कृष्णा सोबती ने भी देश में बढ़ रही सांप्रदायिक घटनाओं के विरोध में साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है। सोबती ने दादरी घटना पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्रियों के बयानों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश अब इस तरह की घटनाओं को सहन नहीं कर सकता है।
उन्होंने विश्व हिन्दी सम्मेलन में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह के उस बयान पर भी प्रतिक्रया व्यक्त की, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम दारूखोर लेखकों को बुलाना नहीं चाहते हैं । उन्होंने कहा कि यह बुद्धिजीवियों के लिए सबसे बड़ा अपमान है। अब लेखकों की हत्या हो रही हैं। ऎसे में अकादमी के अध्यक्ष को इसके खिलाफ अपने विचार रखने चाहिए अथवा अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मलयालम की मशहूर लेखिका सारा जोसेफ भी साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने की घोषणा कर चुकी है
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