वाराणसी: अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद वाराणसी में मंगलवार को शांति कायम है। प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिया है। जिन चार थानों में कर्फ्यू लगाया गया था वहां कर्फ्यू हटाकर फोर्स तैनात कर दी गई है। गौर हो कि सोमवार को वाराणसी में साधु-संतों की प्रतिकार यात्रा के दौरान जमकर बवाल हुआ था। हिंसा और आगजनी में आठ पुलिस वालों समेत 12 लोग घायल हो गए थे। 

पुलिस ने पथराव करने, पुलिस बूथ, दुकानों और वाहनों को आग के हवाले करने के मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थिति के तनावपूर्ण बने होने के कारण सोमवार रात से अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक संत और अन्य स्थानीय लोगों द्वारा निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हिंसा की स्थिति उस वक्त उत्पन्न हो गई जब भीड़ में से कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस वालों पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद वाराणसी के गोदौलिया, गिरजाघर, चौक, दशाश्‍वमेधघाट मार्ग, मदनपुर और बांस फाटक जैसे इलाके में जमकर बवाल हुआ। जुलूस के गोदौलिया पहुंचते ही कुछ अराजक तत्‍वों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। पुलिस की जीपों और बाइकों में आग लगा दी। 

मामला बढ़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस लगातार आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट से फायरिंग करती रही। इस दौरान साधु-संतों के साथ-साथ आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार रात को वाराणसी के एसएसपी आकाश कुलहरि से बात कर स्थिति की जानकारी ली और शांति सुनिश्चित करने को कहा। गौरतलब है कि 21 से 23 सितंबर को धरने के दौरान हुए लाठीचार्ज का विरोध करने के लिए सोमवार को संतों, कांग्रेस विधायक अजय राय, उनकी पार्टी के अन्य नेता, भाजपा की ओर से शामिल हुए लोगों समेत हजारों लोग टाउनहॉल से दशाश्वमेघ घाट तक जुलूस निकाल रहे थे। भीड़ की ओर से दुकानों, पुलिस बूथ और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। सार्वजनिक संपत्ति को भी इस दौरान नुकसान पहुंचाया गया। 

सूत्रों ने बताया कि भीड़ और हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। कुलहरि ने कहा कि हिंसा में आठ पुलिस वाले और अन्य चार लोग घायल हुए हैं। एसएसपी ने कहा कि स्थिति को काबू में लाने के लिए वाराणसी के कई इलाकों में 4:30 बजे के आस पास कर्फ्यू लगाया गया था जो कुछ घंटों बाद हटा लिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मीडिया के लोगों और सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बाद और लोगों की गिरफ्तारी भी की जा सकती है।  कुलहरि ने कहा कि कर्फ्यू चार थाना क्षेत्रों दशाश्वमेध, चौक, कोतवाली और लक्सा में लगाया गया था। पुलिस ने प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया।