लखनऊ: दादरी की घटना पर उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में बीफ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है। साथ ही घटना का मकसद भी नहीं बताया है। रिपोर्ट में थानाध्यक्ष ने बीजेपी विधायक संगीत सोम, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन औवेसी, बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी और हिन्दू रक्षा दल पर धारा 144 तोड़ने का आरोप लगाया है।
केंद्र को भेजी अपनी रिपोर्ट में राज्य सरकार ने बीफ़ की जगह प्रतिबंधित पशु का मीट लिखा है। साथ ही दादरी का दौरा करने वाले नेताओं की बात भी कही गई है। इस बाबत प्रदेश सरकार का कहना है कि मामले की जांच हो रही है और तथ्य सामने आएंगे।
वहीं, बिसाहड़ा में गोमांस की अफ़वाह पर मारे गए अख़लाक़ की मौत पर सियासत आए दिन नई-नई करवटें ले रही है। आज बीजेपी सांसद आदित्य नाथ के बिसाहड़ा गांव जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे पहले बिसाहड़ा गांव में राहुल गांधी, केजरीवाल और औवैसी जैसे नेता दौरा कर चुके हैं।
अख़लाक़ के परिवार के दर्द पर नेता मरहम लगाने के लिए सीएम अखिलेश यादव ने भी दुख साझा किया और हिफ़ाज़त और इंसाफ़ का भरोसा दिलाया था। सीएम ने उनके परिवार को 45 लाख रुपये की मदद दी, जिसमें 30 लाख उनकी पत्नी और पांच-पांच लाख उनके तीन भाइयों को दिए थे। पुलिस ने अब तक इस मामले में 9 लोगों को गिरफ़्तार किया है।
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