कटक : गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण पहले ट्वेंटी20 में हार झेलनी वाली भारतीय टीम अपनी कमजोरियों से निजात पाकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के कल यहां होने वाले दूसरे टी20 मैच में वापसी करने के लिये प्रतिबद्ध है। 

भारत की घरेलू श्रृंखला की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसे धर्मशाला में पहले टी20 मैच में हार का सामना करना पड़ा। इससे अब सोमवार का मैच उसके लिये करो या मरो जैसा बन गया है और इससे उस पर विशेषकर गेंदबाजों पर काफी दबाव रहेगा। दूसरी तरफ पहली जीत के बाद उत्साह से लबरेज दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला में अजेय बढ़त लेने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगा। 

तीन महीने बाद फिर से क्रिकेट में लौटने वाले सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर भारत को फिर से जीत की राह पर लौटाने का बड़ा जिम्मा है। धर्मशाला से उलट यहां और कोलकाता में तीसरे टी20 में धोनी और उनकी टीम के लिये परिस्थितियां आदर्श रहने की उम्मीद है। 

पिछले कुछ दिनों से बारिश के कारण यहां पिच में गेंद नीची रहने और धीमी गति से बल्लेबाज तक पहुंचने की संभावना है। जब टीमें ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर में पहुंची तो यहां तेज आंधी के साथ बारिश आ रही थी जिसके कारण स्टेडियम तरणताल में बदल गया। 

कल के मैच से पहले मैदान की स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है। मौसम विभाग ने भी अगले 48 घंटों में रूक रूककर बारिश होने की संभावना जतायी है और ऐसे में कम ओवरों के मैच से इन्कार नहीं किया जा सकता है। डुमिनी और बेहारडीन ने हालांकि दूसरे स्पिनर पटेल का निशाने पर रखा और उनकी यह रणनीति कारगर साबित हुई।

जहां तक डिविलियर्स की बात है तो वह दुनिया के किसी भी तरह के आक्रमण को छिन्न भिन्न करने की क्षमता रखते हैं। उन पर सटीक गेंदबाजी और सही लाइन से किये गये यार्कर से कुछ हद तक अंकुश लगाया जा सकता है, लेकिन भुवनेश्वर कुमार और धर्मशाला में पदार्पण करने वाले एस अरविंद पांव को निशाना बनाकर यार्कर करने में नाकाम रहे। यदि भारत की बल्लेबाजी की बात करें तो रोहित और कोहली के आउट होने के बाद बल्लेबाज अच्छी फिनिश नहीं कर पाये। 

एक समय लग रहा था कि टीम 220 रन तक पहुंच जाएगी। लेकिन आखिरी पांच ओवर में केवल 41 रन बने। भारत आगे ऐसी किसी स्थिति से बचने की कोशिश करेगा और डेथ ओवरों में अधिक से अधिक रन बटोरना चाहेगा। धोनी की पसंद अंबाती रायुडु हैं लेकिन वह पिछले मैच में खाता भी नहीं खोल पाये थे। जिस तरह से पटेल के स्थान पर मिश्रा बेहतर विकल्प है उसी तरह से रायुडु की जगह अंजिक्य रहाणे का रखा जा सकता है। भले ही यह अभी देखना है कि धोनी अंतिम एकादश में कोई प्रयोग करते हैं या फिर पिछली टीम के साथ ही मैदान पर उतरते हैं। संभावित टीमें इस प्रकार हैं– 

भारत : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान-विकेटकीपर), रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, सुरेश रैना, अंबाती रायुडु, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहित शर्मा, श्रीसंत अरविंद, अजिंक्य रहाणे, स्टुअर्ट बिन्नी, हरभजन सिंह और अमित मिश्रा। 

दक्षिण अफ्रीका : फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स (विकेटकीपर), जेपी डुमिनी, फरहान बेहारडीन, डेविड मिलर, क्रिस मौरिस, कैगिसो रबादा, काइल एबट, मर्चेंट डि लेंगे, इमरान ताहिर, क्विंटन डिकाक, एडी लेइ, एल्बी मोर्कल और कयाया जोंडो।