लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि गांधी जी ने देश को आजादी दिलाने में महत्वूपर्ण भूमिका निभायी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने आजादी की रक्षा करने में अपना योगदान दिया। गांधी जी ने खादी और स्वदेशी का जिस प्रकार प्रचार किया व अनुकरणीय है। गांधी जी को पहले महात्मा गांधी तथा बाद में राष्ट्रपिता की पदवी मिली। ऐसे महापुरूषों के आदर्शों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विचार करें कि देश के गरीब से गरीब आदमी को समाज की मुख्यधारा से कैसे जोड़ा जाय।

श्री नाईक ने कहा कि शास्त्री जी ने पाकिस्तान से युद्ध के समय ‘जय जवान-जय किसान‘ का नारा देकर सेना और किसान दोनों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने देशवासियों से खाद्यान्न की कमी को देखते हुए उपवास रखने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कौशल विकास के माध्यम से गांधी जी के प्रयास को आगे बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि कौशल विकास का हर जगह सहजता से प्रयास करें।

राज्यपाल ने गांधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित कई कार्यक्रमों में भाग लिया। राज्यपाल ने प्रातः जी0पी0ओ0 पार्क जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाये तथा अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने वहां आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लिया। राज्यपाल ने हजरतगंज स्थित गांधी आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लिया। राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सचिवालय स्थित तिलक हाल में आयोजित गांधी जयन्ती के कार्यक्रम में प्रतिभाग करके गांधी जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 

श्री नाईक ने राजभवन में महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री, स्व0 लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण करके अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राजभवन में भातखण्डे संगीत संस्थान सम-विश्वविद्यालय के कलाकारों ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन व रामधुन प्रस्तुत किये। डाॅ0 शिव शंकर त्रिपाठी, चिकित्साधिकारी आयुर्वेद ने समारोह का संचालन किया।