नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 64 फाइलें सार्वजनिक होने के बाद अब पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के परिजनों ने उनकी मौत से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने की मांग की है। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे और कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने कहा कि हो सकता है कि उनके पिता की मौत स्वभाविक न हो। अनिल शास्त्री ने कहा कि जब उनके पिता का शव भारत लाया गया तो वह नीला पड़ गया था साथ ही माथे पर सफेद निशान थे। उनकी डायरी भी नहीं मिली है। अनिल का कहना है कि हो सकता है कि उनकी हत्या की गई हो। उनका कहना है कि जब उनकी मां ने पालम एयरपोर्ट पर शव देखा तभी उन्होंने शक जताया था, लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यही नहीं अनिल शास्त्री ने कहा कि शास्त्री जी की रहस्यमय मौत पर इसलिए भी शक गहराता है क्योंकि राज नारायण कमीशन के सामने पेश होने से पहले डॉ. चुग की परिवार समेत हादसे में मौत हो गई थी।

अनिल शास्त्री ने मोदी सरकार से उनके पिता के निधन की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने भारतीय दूतावास पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ताशकंद में वे जिस कमरे में थे, वहां ना कोई बेल था और ना ही टेलीफोन। उन्हें प्राथमिक उपचार तक नहीं दिया गया था। वैसे, अनिल शास्त्री की इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित दीक्षित ने कहा कि आज 45 साल बाद क्यों उन्हें इसकी जांच कराने की याद आई है। वे अब तक क्यों चुप थे। यह ब्लैकमेलिंग है।