क्योटो। जापान के हिदेकेची मियाजाकी ने 105 साल की उम्र में 100 मी. दौड़ 42.22 सेकण्ड में पूरी कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्र्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है। “गोल्डन बोल्ट” के नाम से मशहूर मियाजाकी ने क्योटो में 105 से अधिक आयु वर्ग की 100 मी. दौड़ में यह विश्व रिकॉर्ड कायम किया। वे इस वर्ग में अब दुनिया के सबसे तेज धावक बन गए हैं। रिकॉर्ड समय के साथ दौड़ जीतने के बावजूद मियाजाकी अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं इस समय से संतुष्ट नहीं हूं। रेस के दौरान मेरी आंखों से आंसू बह रहे थे क्योंकि मुझे लगा कि मैं धीरे-धीरे भाग रहा हूं। शायद अब मैं बूढ़ा हो गया हूं।

जापानी धावक आगामी टूर्नामेंटों में इससे बेहतर समय निकालना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मैंने इस दौड़ के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन जो मानक तय किए थे वहां तक पहुंचने में विफल रहा। मेरा लक्ष्य 35 सेकण्ड में 100 मीटर दौड़ पूरी करना है। मुझे पता है कि मैं अभी भी इससे तेज भाग सकता हूं।

जापान के इस जिंदादिल एथलीट की चाहत है कि विश्व के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट उनके साथ रेस करें। बोल्ट के हाल में विश्व चैम्पियनशिप के प्र र्शन के बारे में जब मियाजाकी से पूछा गया तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, बोल्ट ने अब तक मुझसे रेस नहीं की है। मुझे उनके साथ रेस करने में मजा आएगा। मियाजाकी ने बताया कि दो-तीन साल पहले जब बोल्ट जापान आए थे तो उन्होंने मुझसे मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब मैं शहर में मौजूद नहीं था। मुझे इसक ा काफी दुख है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही बोल्ट से मेरी मुलाकात होगी।

वर्ष 1910 में जन्में मियाजाकी ने कहा कि उन्हें अपनी सेहत पर गर्व है। पांच फुट लम्बे और करीब 42 किलोग्राम वजन के इस जापानी धावक के पैर सपाट तलवे वाले हैं, जिससे दौड़ना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन उन्होंने इन सब बाधाओं को दूर किया है। मियाजाकी ने कहा, अब मेरा दिमाग पहले जैसा तेज नहीं रहा, लेकिन शारीरिक रूप से मैं फिट हूं। मुझे कभी कोई हैल्थ से जुड़ी समस्या नहीं हुई है इसे लेकर तो डॉक्टर भी चकित हैं।