लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि वैट की दरों को पड़ोसी राज्यों के समान करने का वादा कर सत्ता में आने वाली समाजवादी पार्टी उसके विपरित आचरण कर रही है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा राज्य की जनता पर अखिलेश सरकार करो का बोझ तो लादते जा रही है, किन्तु सुविधाओं का आलम यह की राज्य की राजधानी तक में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, बेहतर सड़कों के दावे हो रहे है, परन्तु कई स्थानों पर सड़कों में गढ्ढे है या गढ्ढे में सड़क समझ में नहीं आ रहा है।

प्रवक्ता श्री पाठक ने कहा कि सरकार ने 40 हजार से ज्यादा मूल्य वाले दुपहिया वाहनों पर लगने वाले वैट में वृद्धि का निर्णय किया, आखिर गरीब के संशाधनों पर ही टैक्सों की भार क्यों ? उन्होंने अखिलेश सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश में घरेलू ईधन के दाम कम होते जा रहे है, किन्तु अखिलेश सरकार ने बजाय इसके कि इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिले, थोड़ी राहत हो, अपने टैक्स की दरे स्थाई कर दी, यानी चाहे पेट्रोल, डीजल के दाम जितना घटे, टैक्स तय है और उतना देना ही है। जब सपा समर्थित यूपीए सरकार में दाम बढ़ रहे तब तो बढ़ी दरों पर जनता से टैक्स वसूला गया, किन्तु घटती कीमतो का लाभ जब जनता को मिलने को हुआ तो बाधक बन गयी अखिलेश सरकार।

उन्होंने कहा कि लगातार करो का बोझ आमजन पर बढ़ाने में जुटी अखिलेश सरकार करो का बोझ तो बढ़ा रही है, किन्तु जनसुविधाओं पर उसका ध्यान नहीं जा रहा है, राजधानी लखनऊ से लगाये प्रदेश के अधिकांश महानगरों में दूषित पेयजल की समस्या से लोग जूझ रहे, किन्तु शुद्ध पेयजल लोगो को मिले इस ओर प्रयास नहीं है, अस्पतालों के हालत बदतर स्थिति में पहुच चुकी है, दवाये उपलब्ध नहीं उपर से सस्ती दवा पढ़ाई मुफ्ती का नारा जरूर सुनाई दे रहा है।

श्री पाठक ने कहा कि दोपहिया वाहनों से लगाये गाडि़यों पर टैक्स की दरों तो बढ़ाई जा रही है, पेट्रोल-डीजल पर वैट की दरे भी स्थाई कर दी जा रही है, किन्तु इन वाहनों को चलने के लिए जो सड़के है उन पर ध्यान ही नहीं है। पूर्वाचंल, पश्चिमांचल, बुन्देलखण्ड के तो कुछ जिलो में सड़कों पर चलना दूर्भर हो गया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जनता से टैक्स तो अखिलेश सरकार वसुले पर जनसुविधाओं पर भी तो ध्यान दें।