बनारस में साधुओं,संतों पर पुलिस के लाठीचार्ज की निंदा की

लखनऊ : बनारस में संतों और साध्वों पर पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मजलिसे उलमाये हिन्द के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि बनारस में साध्वों और संतों पर पुलिस के कायर व्यवहार और क्रूर लाठीचार्ज की हम कड़ी निंदा करते हैं, दरअसल राज्य सरकार धार्मिक नेताओं का अपमान करने पर आमादा है, इससे पहले लखनऊ में भी शिया उलमा पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था जिसमें उलमा को गहरी चोटें आई थीं । वकफ बोर्ड में पारदर्शिता की मांग और सीबीआई जांच की मांग को लेकर जब जब प्रदरष्सन किया गया पुलिस ने इसी बर्बरता का प्रदर्शन किया जो बनारस में हुआ।यही नही 27 जुलाई को षही मस्जिद हजरत गंज मै नमाज पढने जारहे नमहियों पर पुलिस ने लाठी र्चाज किया ।औरतों और बच्चों के साथ उलमा पर लाठी चार्ज कया,मस्जिद मै ताला डाल दिया जिसकी वजहा से उस दिन ना अजान हुई और ना नमाज हो सकी। 

मौलाना ने कहा कि यूपी सरकार धार्मिक नेताओं की दुश्मन है और उनका अपमान उसका आदर्श वाक्य बन गया है ।राज्य सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए जनता को दबाने और कुचलने पर आमादा है मगर धार्मिक नेताओं पर लाठी चार्ज और उनकी मानहानि की सजा उन्हें 2017 में जरूर मिलेगी। मौलाना ने कहा कि राज्य सरकार हर मौरचे पर विफल हो चुकी है चाहे अल्पसंख्यकों से किए गए चुनावी वादे हों या फिर राज्य में कानून वयवस्था की समस्या हो।

मौलाना ने कहा कि बनारस में पुलिस ने साध्वों और संतों को इस तरह मारा है जैसे वह कोई बड़ा अपराध कर चुके हैं। इस सरकार का असली चेहरा अब सबके सामने आ चुका हे ।समाजवादी सरकार न हिंदूओं की है और न मुसलमानों की समर्थक है। इस पार्टी को केवल वोट चाहिए चाहे जैसे भी मिलीं।

मौलाना कल्बे जव्वाद ने सभी मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद भी प्रदान की और कहा कि इस पवित्र अवसर पर शांति के साथ र्कबानी करें और अल्लाह की खुष्नुदी प्राप्त करें।