नई दिल्ली। आरक्षण की समीक्षा करने के संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद बैकफुट पर आई केंद्र सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया। केंद्र सरकार ने कहा कि वह हमेशा से आरक्षण का समर्थन करती रही है। बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने आरक्षण का सम्मान किया है। हम हमेशा आरक्षण का समर्थन करते हैं।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम आरक्षण में विश्वास करते हैं क्योंकि आरक्षण उत्थान के लिए महत्वपूर्ण है। हम आरक्षण पर, आरक्षण की नीति पर कोई पुनर्विचार नहीं कर रहे हैं और आरक्षण पर किसी भी पुनर्विचार की आवश्यकता भी नहीं है।

इसके बाद आरएसएस ने भी संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सफाई दी। आरएसएस नेता राम माधव ने कहा कि आरएसएस यह साफ कहना चाहता है कि मोहन भागवत ने वर्तमान आरक्षण व्यवस्था पर कोई सवाल नहीं उठाया है। संघ प्रमुख का मतलब मौजूदा रिजर्वेशन पॉलिसी से नहीं था।

गौरतलब है कि दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर दिए गए एक इंटरव्यू में मोहन भागवत ने कहा कि आरक्षण पर पुनर्विचार की जरूरत है। मोहन भागवत के मुताबिक संविधान के मुताबिक पिछड़ों को आरक्षण दिया जा रहा है लेकिन अब गैर राजनीति लोगों की कमेटी इसपर फिर से विचार करे।