लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पांच साल के वादो को साढ़े तीन वर्ष में पूरा किये जाने का दंभ भरते सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव जनता को यह भी तो बताये कि अखिलेश सरकार ने कौन सा वादा पूरा किया ? प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा चुनावी घोषणा पत्र में किये गए वादे कन्या विद्या धन, बेरोजगारी भत्ता, हमारी बेटी-उसका कल, हाई स्कूल पास नौजवानों को टैबलेट, इण्टर पास को लैपटाप, किसान कर्ज माफी, भ्रष्टाचार की जांच के लिए आयोग बनाना, कृषि मूल्य निर्धारण के लिए समिति बनाने जैसे वादों का क्या हुआ ? सपा प्रमुख सहित उनको पार्टी और अखिलेश सरकार लगातार यह दावा तो जरूर कर रहे है कि वादे पूरे हो गये पर कौन से वादे पूरे हो गये यह कोई नहीं बता रहा।

पार्टी के राज्य मुख्यालय पर सोमवार को प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सपा मुखिया सार्वजनिक मंच से कहते है कि जो भी नेता अवैध खनन में मिले उसे अधिकारी जेल भेजे, अधिकारी दहशत में है कैसे सपाईयों पर हाथ डाले क्योकि दुर्गाशक्ति नागपाल प्रकरण आज भी लोगो को याद आ आता है, जब 56 दिन एक महिला अधिकारी को बिना कारण के निलंम्बित रहना पड़ा था। वे ये भी कहते है कि उन्हें सब पता है कि कौन क्या कर रहा हैं, जब सब पता है तो जो नेता अवैध खनन के कारोबार में लगे है उन पर पार्टी स्तर पर कार्यवाही क्यों नहीं करते ? अखिलेश यादव मुख्यमंत्री और सपा के प्रदेश अध्यक्ष भी है। शासकीय और पार्टी दोनों कार्यवाही को अंजाम तो उन्हें ही देना है। राज्य में अवैध खनन के कारोबार को फलने-फूलने में सर्वाधिक योगदान तो सपाईयों का ही हैं। 

उन्होनंे कहा कि चाहे सपा मुखिया मुलायम सिंह हो या फिर सपा के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव दोनों मंच से राज्य में सपाईयों के अवैध रूप से धर्नाजन की बात स्वीकार कर रहे हैं। सपा मुखिया कहते है कुछ लोग पैसे के इंतजाम में जुटे है, उन्हें लगता है कि चुनाव पैसे से जीता जा सकता है जबकि शिवपाल यादव कहते भर्तियों में सपा विधायकों और जिलाध्यक्षों की संलिप्तता होने की शिकायत कई जगहों पर मिली है। इन दोनों की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से स्पष्ट है कि अखिलेश सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है, निचले स्तर से लेकर शीर्ष नेतृत्व पर भ्रष्टाचार करने वालो को संरक्षण देने के आरोप है। सब कुछ जानने समझे के बाद भी जिन पर कार्यवाही करने का जिम्मा है वे सिर्फ बयानबाजी कर काम चला रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नसीहतो के दौर से उबरकर जानकारी के आधार पर ठोस कार्यवाही करे।