पटना। शिवसेना अपने दम पर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और 150 से अधिक उम्मीदवारों को उम्मीदवार खड़ा करेगी। शिवसेना के प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने बताया कि उनकी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव को गंभीरता के साथ लिया है और अकेले अपने दम पर हमारी तैयारी 150 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की है।

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया करीब करीब पूरी हो गयी है और उम्मीदवारों की पहली सूची आज या कल तक हम जारी कर देंगे। वहीं सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तहादुल मुस्लेमीन के चुनावी मैदान में उतरने के बारे में पूछे जाने पर संजय ने कहा कि ‘अमृत’ के साथ ‘जहर’ की कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए क्योंकि शिवसेना देश से ‘जहर’ को समाप्त करने का काम करती है।

उन्होंने कहा कि राजनीति में ऐसे दांवपेच चलते हैं, जब चुनाव के नतीजे सामने आने पर इसका खुलासा हो जाएगा, पर ओवैसी एक ‘जहर’ हैं, उनके जैसे लोगों की राजनीति अगर इस देश और समाज में बढेगी तो देश एकबार फिर टूटेगा। इसलिए शिवसेना बिहार में मजबूती के साथ खडी होना चाहती है। शिवसेना में देश को अखंड और हिंदू राष्ट्र बनाने की ताकत है।

केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सत्ता में होने के बावजूद शिवसेना के बीजेपी के साथ मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लडने के बारे में संजय ने कहा कि उनकी पार्टी हिंदी भाषी प्रदेशों में अपना जनाधार बढाना चाहती है और लोगों को ताकत देना चाहती है। ऐसे में हमने अपने बलबूते चुनाव लडने का निर्णय लिया है। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में कोई भी सरकार उनके समर्थन से नहीं बनने और इस प्रदेश में अगली बनने वाली सरकार में उनकी पार्टी का भी मंत्री होने का दावा किया।

एक सवाल के जवाब में संजय ने कहा कि किसी और पार्टी की भूमिका क्या है उस पर वे चर्चा नहीं करना चाहते। यह चुनावी माहौल है लेकिन शिवसेना ने कभी ‘नकाब’ पहनकर राजनीति नहीं की। हमारा चेहरा असली हिंदुत्व का है और केवल हिंदुत्व ही नहीं बल्कि प्रखर हिंदुत्व का है। हिंदू राष्ट्र की बात करने वाली सिर्फ हमारी पार्टी है।