जेडी पावर एशिया पैसेफिक और पोजिशनिंग स्टडी द्वारा हाल ही में किए गए अध्ययन (बीआईपीएस) के बाद आज जारी रिपोर्ट के अनुसार सभी आॅटोमोटिव्ह ब्राण्ड्स में दूरियां कम होने लगी है। हालांकि कुछ ब्राण्ड वर्ष 2014 में अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन ब्राण्ड रहे उन्होंने भी  अपने उच्चतम प्रभाव को दर्शाया है।

यह अध्ययन विगत दो वर्षों से किया जा रहा है, जिसमें आॅटोमोटिव्ह ब्राण्ड का भारत के यात्री कार बाजार के विशाल बाजार में प्रभाव, ग्राहक जागरूकता पर आधारित तथा ब्राण्ड की प्रतिभागिता को आधार माना गया है। सुदृढ़ ब्राण्ड प्रभाव ने खरीद पर सकारात्मक प्रभाव डाला है, उदाहरण कि लिए किसी ब्राण्ड विशेष में ब्राण्ड प्रभाव ब्राण्ड विचार और खरीद दर से उच्च स्तर पर सम्बन्ध रखता है। इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि जो सेगमेंट बाजार में मानसिकता, जनसांख्यिकी, तथा व्यवहारिक तौर पर उपयोग में लाए जाते हैं उससे वाहन निर्माताओं के मददगार साबित होते हैं और इससे समझने में सक्षम होते हैं कि नए कार बाजारों में कौन से ग्राहकों से उन्हें  अच्छी संभावनाएं मिल सकती हैं।

जेडी पावर एशिया पैसिफिक के कार्यकारी निदेशक श्री मोहित अरोड़ा ने कहा ‘‘ आज ग्राहक किसी भी ब्राण्ड के लिए अधिक अनुकूल राय रखने लगे है जो कि बाजार में कई वर्षों से तुलनात्मक है। अपेक्षाकृत कार बाजार में नए प्रवेश करने वाले के लिए ब्राण्ड की प्रगति का प्रभाव इस पर निर्भर करता है कि ब्राण्ड किस प्रकार काम में लिया जा रहा है तथा इसके सम्बन्ध प्राथमिक ग्राहक आधार के साथ किस प्रकार के हैं, जिसके बाद ग्राहक  के मुहं से सकारात्मक शब्द निकल पाते हैं।‘‘